उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट के पुतले को बम से उड़ाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे अराजक तत्वों की साजिश बताया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने इस वीडियो को “बहुत आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया है और राज्य सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा का कड़ा रुख
भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि इस तरह के वीडियो समाज में हिंसा और विभाजन की मानसिकता को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक पार्टियां इस तरह के कृत्यों को प्रोत्साहित कर रही हैं। जोशी ने साफ किया कि ऐसे वीडियो बनाने और उन्हें वायरल करने वाले लोग राज्य विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं, जिन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
हाल ही में गैरसैंण में “पहाड़-मैदान” विवाद के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की असंसदीय टिप्पणी के विरोध में रैली हुई थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महेंद्र भट्ट ने प्रदर्शनकारियों को “सड़क छाप नेता” कहा था। इसके बाद वायरल वीडियो में दो लोग भट्ट के पुतले को “महेंद्र छाप” बताते हुए उसे बम से उड़ाते दिखे। इस वीडियो के बाद से प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
कांग्रेस ने भी जताई चिंता
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भी इस घटना को चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में देखने को मिलती थीं, लेकिन उत्तराखंड जैसे शांत प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं। माहरा ने लोगों से शांति बनाए रखने और अहिंसा के मार्ग पर चलने की अपील की।
सरकार से कार्रवाई की मांग
भाजपा ने इस घटना को लोकतंत्र के खिलाफ बताया और राज्य सरकार से ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा का कहना है कि ऐसे तत्व प्रदेश की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन पर कठोर कार्रवाई जरूरी है।
मुख्य बिंदु:
. महेंद्र भट्ट के पुतले को बम से उड़ाने का वीडियो वायरल
. भाजपा ने इसे राज्य विरोधी गतिविधि करार दिया
. कांग्रेस ने भी घटना पर जताई चिंता
. राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
. शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील
महेंद्र भट्ट के पुतले को बम से उड़ाने का यह मामला उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस घटना पर चिंता जताई है। सरकार ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
