लर्निंग लॉस कम करने के उपायों को लेकर कार्यशालाएं आयोजित..
रुद्रप्रयाग। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड के तत्वावधान व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा के प्राचार्य विनोद प्रसाद सिमल्टी के निर्देशन में कक्षा 1 से 8 तक के लिए रीडिंग कैम्पेन, आनंदम और मिशन कोशिश के कार्यक्रमों का एकीकरण करते हुए अधिगम द्वारा क्षतिपूर्ति विषयक कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
कार्यशालाओं में उपस्थित प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों को संबोधित करते हुए जिला समन्वय और प्रवक्ता डायट विजय कुमार चौधरी ने रीडिंग कैम्पेन, आनंदम और मिशन कोशिश को कक्षाओं में अलग-अलग न संचालित करके इनका एकीकरण कर गतिविधियों द्वारा किस प्रकार अधिगम ह्रास को कम किया जा सकता है, पर विस्तार से चर्चा की गई। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जनपद प्रभारी दीपक रावत ने इसके लिए नैदानिक आंकलन कर शिक्षण योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन कैसे करें, पर विशेष चर्चा की।
रूम टू रीड के जनपद प्रभारी नरेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि अधिगम ह्रास को कहानियों व अन्य गतिविधियों द्वारा कैसे कम कर सकते हैं। मिशन कोशिश के साथ इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर ही विकासखण्ड में ये कार्यशालाएं आयोजित की गई, जिसमें 518 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। इन कार्यशालाओं में सन्दर्भदाता के रूप में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा के प्रवक्ता विजय कुमार चौधरी , डाॅ विनोद कुमार यादव, डाॅ गुरू प्रसाद सती, रूचिना पुरी, इन्दु कान्ता भंडारी, डाॅ राखी बिष्ट, आनंद सिंह जगवाण, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जिला प्रभारी दीपक रावत, अनूप शुक्ला, करण सिंह बिष्ट, कल्पना बिष्ट, मोहित शर्मा, अंकित नेगी, मोहम्मद शफीक, रजनीश बहुगुणा, एवं रूम टू रीड के जिला प्रभारी नरेंद्र सिंह पंवार ने योगदान किया। संकुल स्तर पर आयोजित कार्यशालाओं के क्रियान्वयन पर प्राचार्य विनोद प्रसाद सिमल्टी ने पूरी टीम की प्रशंसा की।