अब घर बैठे ही करें कोविसेल्फ से कोरोना की जांच..
देश-विदेश: कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है। कोरोना संक्रमण के कहर के बीच लोगों को कोरोना जांच कराने में दिक्कतें आ रहीं हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बुधवार को घर में ही कोविड जांच के लिए ‘कोविसेल्फ’ किट को मंजूरी दे दी है। जिसके जरिये अब कोई भी घर बैठे ही कोरोना संक्रमण की जांच कर सकता है।
जानकारी के अनुसार, कोविसेल्फ नाम की यह टेस्ट किट एक रैपिड एंटीजेन टेस्ट (आरएटी) किट है। अब जब घर पर ही कोरोना टेस्टिंग किट को मंजूरी मिल गई है, तो आईसीएमआर ने कोविसेल्फ को लेकर एक एडवाईजरी जारी की है। इसमें किट को इस्तेमाल करने से लेकर तमाम दिशानिर्देश मौजूद हैं, जिसे आपको जानना बेहद जरूरी भी है। कोरोना का संक्रमण है या नहीं इसकी जांच के लिए अब लोगों को बार-बार लैब जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब घर बैठे ही कोरोना की जांच खुद कर सकते हैं। आईसीएमआर के अनुसार, इस कोविसेल्फ किट के बाद अब लोग महज 250 रुपये खर्च कर घर पर ही कोविड टेस्ट कर सकते हैं।
It takes 2 minutes to conduct test & 15 minutes to get result. It will be available by end of next week in more than 7 lakh pharmacies & our online pharmacy partners across India. Our target is to reach 90% pin code in India: Sujeet Jain, Director of Mylab Discovery Solutions
— ANI (@ANI) May 20, 2021
कौन कर सकता है खुद से जांच?
आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार, घर पर कोरोना जांच किट कोविसेल्फ किट का इस्तेमाल उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जिनमें कोविड-19 के लक्षण हैं या फिर वे किसी लैब द्वारा कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए हों। इस जांच किट इस्तेमाल बार-बार और बिना सोचे समझे न करें।आईसीएमआर ने कहा कि घर पर जांच के लिए किट में दी गई गाइडलाइंस को ध्यानपूर्वक और आवश्यक रूप से पढ़ें, उसके बाद ही जांच करें।
मोबाइल एप की सहायता लें..
कोविसेल्फ मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर और ऐपल स्टोर पर मौजूद है, जिसमें टेस्ट किट को इस्तेमाल करने की सभी प्रक्रियाएं बताई गई हैं। जांच करने वाले सभी लोगों को टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेस्ट स्ट्रिप की तस्वीर लेने की सलाह दी गई है। यह तस्वीर उसी फोन से लेनी है, जिसमें ऐप डाउनलोड और रजिस्ट्रेशन किया गया है।
आपके मोबाइल फोन पर मौजूद ऐप का डाटा एक सुरक्षित सर्वर पर रहेगा, जो आईसीएम की कोविड-19 टेस्टिंग पोर्टल से जुड़ा है, जहां सभी डाटा को स्टोर किया जाएगा। एडवाइजरी में कहा गया है कि मरीज की जानकारी की पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।
जांच में पॉजिटिव आने पर क्या करें?
आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविसेल्फ टेस्ट किट की जांच में जो लोग पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें वास्तव में कोरोना पॉजिटिव ही समझा जाए। ऐसे में उन्हें दोबारा टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। वहीं पॉजिटिव आने वाले सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रहने और आईसीएमआर एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के तहत जारी कोरोना नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। वहीं ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण हैं और वे कोविशसेल्फ किट की जांच में निगेटिव आए हैं, उन्हें आरटी-पीसीआर कराना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि माना जाता है कि कम वायरस लोड के कारण रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग के जरिए कुछ मामलों में इसकी पुष्टि नहीं हो पाती है।