सीएम धामी ने किया आशा संगिनी ऐप का शुभारंभ..
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं को घर-घर पहुंचाने वालीं आशा वर्करों के काम की निगरानी अब एप के जरिये होगी। साथ ही उन्हें हर महीने भुगतान भी ऐप के माध्यम से प्राप्त होगा।
उत्तराखंड: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं को घर-घर पहुंचाने वालीं आशा वर्करों के काम की निगरानी अब एप के जरिये होगी। साथ ही उन्हें हर महीने भुगतान भी ऐप के माध्यम से प्राप्त होगा। शुक्रवार को सीएम धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आशा संगिनी ऐप की शुरुआत की।
दून और उसके आसपास के मरीजों को एक बड़ी सौगात मिल गई है। दून मेडिकल कॉलेज के नए ओटी, आईसीयू और आपातकालीन भवन लोकार्पण किया। भवन के निर्माण को पूरा होने में पुरे सात साल लगे। एनएचएम के माध्यम से राज्य में लगभग 12,000 आशा कर्मचारी तैनात हैं। इनका उपयोग मातृ-शिशु स्वास्थ्य और टीकाकरण रिकॉर्ड तैयार करने के अलावा स्वास्थ्य संबंधी डेटा तैयार करने के लिए किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग ने आशा कर्मचारियों के काम पर नजर रखने के लिए संगिनी एप बनाया है। जिससे उच्च अधिकारियों द्वारा उनके काम की निगरानी की जाएगी। उन्हें हर महीने काम के आधार पर ऑनलाइन पेमेंट मिलेगी। इसके लिए आशा कर्मचारियों को कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
आशा कर्मचारियों को एनएचएम के हिस्से के रूप में स्मार्टफोन प्राप्त होंगे। डॉ. आर. राजेश कुमार का कहना है कि प्रभारी सचिव आशा कर्मचारी अब संगिनी एप का इस्तेमाल कर सकेंगे। आज इस एप को लांच किया गया है। आशा वर्कर ऐप पर अपना काम अपलोड करेंगे। जिस पर अधिकारी सीधे नजर रख सकते हैं।