उत्तराखंड

बैंक मैनेजर पर लगाया बेवजह परेशान करने का आरोप..

मुख्यमंत्री से की शीघ्र मैनेजर के स्थानान्तरण की मांग..

रुद्रप्रयाग : भारतीय स्टेट बैंक शाखा अगस्त्यमुनि के मैनेजर की कार्यप्रणाली को लेकर उपभोक्ता एवं जनप्रतिनिधि खासे नाराज हैं। जनप्रतिनिधियों ने बैंक
मैनेजर की ओर से बेवजह उपभोक्ताओं को परेशान किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होने मुख्यमंत्री से शीघ्र मैनेजर का स्थानान्तरण करने की मांग की है।

 

पूर्व कनिष्ठ प्रमुख रमेश बेंजवाल ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में पोस्ट आॅफिस को जोड़कर पांच बैंक शाखाएं संचालित हो रही है। एसबीआई का नजरिया उपभोक्ताओं के प्रति सही नहीं है, जिससे उपभोक्ता खासे परेशान है। जबकि अन्य बैंक शाखाएं उपभक्ताओं के खाते खोलने से लेकर सभी कार्यो को करने के लिए हरसंभव मदद के लिए आगे आते हैं। बैंक में किसी उपभोक्ता का कार्य समय न होने से ऐसे उपभोक्ताओं को निराश होकर बिना काम के मायूस होकर लौटना पड़ता है। यदि कोई किसी की समस्या के लिये बैंक मैनेजर से सवाल करता है, तो बैंक मैनेजर का जवाब देने के बजाय उल्टा सवाल करते है।

 

 

 

एसबीआई बड़ा बैंक होने के कारण वह अपने उपभोक्ताओं के साथ सही मार्गदर्शन नहीं कर रहा है। कहा कि पहले प्रकरण में उत्तरजीवी प्रमाण पत्र उपजिलाधिकारी द्वारा निर्गत किया गया, जिसमें संबंधित के वारिसदार अंकित थे, लेकिन बैंक मैनेजर ने यह कहकर संबंधित को लौटाया दिया कि इसमें बहिने अंकित नहीं है। दूसरा प्रकरण में जिला उद्योग विभाग के लाभार्थी को कई बार उद्योग विभाग में दौड़ाया गया. जिससे विभाग के निदेशक ने लीड बैंक अधिकारी से शिकायत की। तीसरे प्रकरण में एक शिक्षिका के बैंक खाते में देवी और सर नेम से भिन्न था, जबकि पति का दोनो में एक नाम है। उन्होंने कहा कि बैंक मैनेजर को अपनी कार्यशैली में सुधार लाना चाहिए, जिससे आम उपभोक्ता को परेशानी न हो। कहा कि शीघ्र यहां से बैंक मैनेजर के स्थानान्तरण की मांग की है।

 

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