815.16 मीटर तक पहुंच टिहरी झील का जलस्तर,DM ने दिए ये निर्देश..
टिहरी बांध की झील का बढ़ता जलस्तर ग्रामीणों की परेशानी का सबब बन रहा है। बताया जा रहा है कि झील का जलस्तर 815.16 आरएल मीटर पहुंच गया। ऐसे में ग्रामीणों ने टिहरी झील के किनारे बसे गांव की सुरक्षा की मांग की है।
उत्तराखंड: टिहरी बांध की झील का बढ़ता जलस्तर ग्रामीणों की परेशानी का सबब बन रहा है। बताया जा रहा है कि झील का जलस्तर 815.16 आरएल मीटर पहुंच गया। ऐसे में ग्रामीणों ने टिहरी झील के किनारे बसे गांव की सुरक्षा की मांग की है। तो वहीं डीएम ने टीएचडीसी को ग्रामीणों की सुरक्षा के निर्देश दिए है।जानकारी के अनुसार टिहरी बांध की झील का जलस्तर आरएल (रीवर लेबल) 815.16 मीटर तक पहुंच गया।
जिससे गांव में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि यह जलस्तर आरएल 830 मीटर तक पहुंचेगा। ऐसे में कि बढ़ते जलस्तर से आसपास बसे गांव के नीचे भूस्खलन होना शुरू हो जाता है। ग्रामीणों ने इसलिए शासन प्रशासन से अनुरोध है कि वह तत्काल ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें और इस पर नजर बनाए रखें, जिससे कोई जनहानि ना हो।
वहीं ग्रामीणों के आक्रोश और समस्याओं को देखते हुए टिहरी डीएम डॉ. सौरभ गहरवार ने टीएचडीसी अधिकारियों को टिहरी झील के समीप बसे ग्रामीणों की सुरक्षा के निर्देश दिए हैं। डीएम ने अधिकारियों से कहा कि टिहरी झील किनारे जहां भी भूस्खलन हो रहा है।
उसकी रिपोर्ट दें और ग्रामीणों की सुरक्षा का ध्यान रखें, जिससे कोई जनहानि ना हो। आपको बता दे कि पिछले साल भी झील का जलस्तर बढ़ाने से आरएल 830 मीटर पर स्थित सरोट गांव के दो परिवारों के आंगन झील में समा गए थे। जिन्हें विस्थापित किया गया था।
