सफाई कर्मियों ने कूड़े से भरे ट्रक को करवाया खाली..
नगर पालिका क्षेत्र में स्थानीय लोग भर रहे थे कूड़े का ट्रक..
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सफाई कर्मी..
स्थानीय लोगों से मांगों को लेकर समर्थन की प्रार्थना..
रुद्रप्रयाग। पूरे प्रदेश में पर्यावरण मित्र हड़ताल पर हैं। रुद्रप्रयाग जिले में एक नगर पालिका के साथ ही चार नगर पंचायतें हैं। जहां इन दिनों सफाई कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। सफाई कर्मचारियों की नियमित करने, कनिष्ठ सहायक, सफाई निरीक्षक और चालक के पद पर पदोन्नति, स्वास्थ्य बीमा, कर्मियों को राज्य कर्मियों की भांति भत्ता और निकायों में आवास का मालिकाना हक दिये जाने एवं भूमिहीन वाल्मीकि समाज के लोगों के स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र प्राथमिकता के साथ बनाये जाने की मांगें हैं। जिनको लेकर वे हर दिन धरना-प्रदर्शन करने के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण चारों ओर गंदगी फैली हुई है। गंदगी से लोगों का जीना दूभर हो गया है। सड़क किनारे लगे कूड़े के ढेरों से बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। ऐसे में जनता काफी परेशान है।
रविवार को जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में लोक गायक कुलदीप कपरवान, सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश रावत, दिनेश नेगी, अमर सिंह नेगी सहित अन्य लोगों ने रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। पालिका क्षेत्र के कई जगहों से हजारों टन कूड़ा इकट्ठा करके वाहन में भरा गया। इस बीच पर्यावरण मित्रों को भनक लग गयी और उन्होंने कूड़े से लदे वाहन को रुकवा दिया और ट्रक का सारा कूड़ा सड़क पर फेंक दिया। इससे सड़क किनारे कूड़े का ढेर जमा हो गया है।
इस दौरान सफाई कर्मियों ने स्थानीय लोगों से सहयोग की प्रार्थना की और लोगों ने सफाई कर्मियों को अपना समर्थन दिया। जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि पर्यावरण मित्रों के हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। जगह-जगह बाजार में कूड़े के ढ़ेर लगे हुए हैं, जिस कारण अब महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है। कहा कि एक ओर पहले से ही जनता कोरोना महामारी की बीमारी से परेशान है। ऊपर से सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण अब लोगों को महामारी का डर भी सताने लगा है।
उन्होंने कहा कि सरकार को शीघ्र ही मांगों का निराकरण करना चाहिए, जिससे सफाई व्यवस्था पटरी पर लौट सके। वहीं देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ के महासचिव आनंद सिंह गौर्याल ने कहा कि परिवार के लालन-पोषण को लेकर समस्या हो रही है। पालिका की ओर से कम मेहनताना दिया जा रहा है। यह काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को नहीं माना तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जायेगा।