300 चीनी सैनिकों को उतरा था मौत के घाट
देहरादून: ‘राइफलमैन जसवंत सिंह रावत’ एक ऐसा नाम है, जिसकी वीरता एवं पराक्रम को दुश्मन देश चीन भी स्वीकार करता है। 1962 में भारत-चीन युद्ध में जसवंत सिंह अकेले चीनी सैनिकों पर टूट पड़े और अकेले 300 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतारा। भारत के इस वीर सपूत की वीरगाथा ‘राइफलमैन जसवंत सिंह रावत’ फिल्म में देखने को मिलेगी।
गुरुवार को एफआरआइ में शहीद जसवंत सिंह रावत के जीवन पर बन रही ‘राइफल मैन जसवंत सिंह रावत’ की शूटिंग की गई। फिल्म में जसवंत सिंह का किरदार निर्देशक अविलाष ध्यानी निभा रहे हैं। फिल्म में 1962 का भारत-चीन युद्ध दर्शाया गया है।
इसमें वीर जसवंत सिंह चीनी सेना से करीब 72 घंटे तक लगातार लोहा लेते हैं और अकेले 300 सैनिकों को मारते हैं। यह भी दिखाया है कि भारत मां के यह वीर सपूत आज भी भारत माता की रक्षा में जुटा रहता है।
शहीद जसवंत सिंह का अरूणाचल प्रदेश में मंदिर भी बनाया गया है। फिल्म ये भी दिखाया है कि आज भी इस वीर को प्रमोशन दिए जाते हैं। क्रिएटिव प्रोड्यूसर सुमित अदलखा ने कहा कि फिल्म का उद्देश्य युवाओं को जसवंत सिंह की वीरगाथा से प्रेरित करना है।