निखिल दायमा मात्र 19 साल की उम्र में हुए देश के लिये शहीद..
देश-विदेश: राजस्थान के भिवाड़ी के सैदपुर गांव निवासी निखिल दायमा शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए। वह पाकिस्तान के द्वारा किए गए सीज फायर के उल्लंघन के बाद हुई मुठभेड़ में शहीद हुए।
शहीद निखिल दायमा की पार्थिक शरीर को आज कश्मीर से दिल्ली लाया जाएगा, जहां से उनका पार्थिक शरीर उनके पैतृक गांव सैदपुर लाया जाएगा. भिवाड़ी के सबसे कम उम्र के जाबांज निखिल दायमा अप्रैल 2019 में 3 राजपूत रेजिमेंट में भर्ती हुए थे, जिन्होंने पाकिस्तान के सीज फायर करने के बाद दुश्मनों से लोहा लेते हुए भारत के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया।
जानकारी के अनुसार निखिल दायमा भारतीय सेना की राजपूत रेजिमेंट के सिपाही थे। निखिल दो दिन पूर्व ही बेस कैंप से उरी गए थे। यह उनकी पहली पोस्टिंग थी। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान निखिल को गोली गली थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
निखिल के ताऊ जीत दायमा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को उन्हें सेना की ओर से निखिल दायमा की शहादत की सूचना मिली है। पार्थिव देह दिल्ली होते हुए शनिवार दोपहर को उनके गांव सैदपुर लाई जाएगी। निखिल 13 जनवरी को ही छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटे थे। 2019 को इंडियन आर्मी ज्वाइन की थी। ट्रेनिंग के बाद उरी में पोस्टिंग मिली थी।
आपको बता दें कि निखिल अपने परिवार से तीसरे फौजी थे। इनके पिता मंजीत दायमा चालक व माता सविता देवी हाउसवाइफ हैं। निखिल के दाता मुनिलाल दायमा भारतीय सेना में सूबेदार और बड़े दादा दीनदयाल दायमा कैप्टन पद पर सेवाएं दे चुके हैं।