गुड न्यूज़: टिहरी झील पर बनेगा 800 मीटर लंबा पारदर्शी ग्लास ब्रिज..
उत्तराखंड: उत्तराखंड केवल देवभूमि ही नहीं बल्कि प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर नदियों और पर्वतों की भूमि भी है | टिहरी शहर भागीरथी एवं भिलंगना नदियों के संगम पर बसा एक छोटा सा शहर था। विश्व के बड़े बांधों में शामिल टिहरी बाँध के निर्माण के फलस्वरूप टिहरी शहर पानी में डूब गया तथा टिहरी झील जिसे आज सुमन सागर के नाम से जाना जाता है, का निर्माण हुआ। टिहरी शहर को विस्थापित करके नई टिहरी शहर में बसाया गया है।
टिहरी झील आज बहुत लोकप्रिय हो गयी है। यहा टिहरी झील किसी को भी अपनी और आकर्षित कर सकती हैं। आज यहाँ पर बहुत से पर्यटन स्थल बन गए हैं। जो पर्यटको को अपनी और खींचने की अपार क्षमता रखता हैं। अब उसी टिहरी झील में चीन के हुनान प्रांत में टियानमेन माउंटेन नेशनल पार्क में दो चोटियों से जोड़ने वाले 1410 फीट लंबे और छह मीटर चौड़े ग्लास ब्रिज की तरह टिहरी झील के ऊपर भी पारदर्शी ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा। जिसके लिए डीपीआर बननी शुरू हो गई है। इसके साथ ही झील के बीच टापू में भगवान शिव की मूर्ति व हाट बजार और टिपरी रोपवे का आधुनिकीकरण भी केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी टिहरी झील समग्र विकास योजना के तहत किया जाएगा।
आपको बता दे कि टिहरी झील में 800 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास के कार्य होने हैं। इसके लिए बीते माह कार्यदायी संस्था वैपकोस की टीम ने झील का निरीक्षण किया था और अब डीपीआर बनानी शुरू कर दी है। इस योजना के तहत प्रतापनगर वासियों की सुविधा के लिए टिहरी झील में टिपरी रोपवे का विकास भी किया जाएगा। फिलहाल इस रोपवे में सामान्य डिब्बा लगाया गया है। लेकिन, योजना के तहत डिब्बे में काफी हाउस और बेहतर फर्नीचर रखा जाएगा।
जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा का कहना हैं कि पर्यटक टिपरी से मदन नेगी तक रोपवे से जाएंगे और मदन नेगी से धारकोट के बीच टिहरी झील के ऊपर लगभग 800 मीटर लंबे ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा। धारकोट पहुंचने के बाद छह किमी के पैदल ट्रैक से सीधे टिहरी रियासत की राजधानी रहे प्रतापनगर महल तक पहुंचा जा सकेगा। इवा आशीष श्रीवास्तव (जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल) का कहना है कि टिहरी झील के ऊपर ग्लास ब्रिज निर्माण का प्रस्ताव है। कार्यदायी संस्था प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर रही है। इसमें दो माह का वक्त लगेगा और फिर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
टिहरी झील विकास के तहत होने वाले कार्य..
1- मदन नेगी से धारकोट के बीच ग्लास ब्रिज का निर्माण
2- टिपरी रोपवे का सुंदरीकरण व आधुनिकीकरण
3- सांदणा के पास टापू में भगवान शिव की मूर्ति स्थापना
4- कोटी कालोनी में हाट बजार का निर्माण
5-कोटी में कैंपिंग साइट का विकास
6-कोटी में लाइट एंड लेजर शो
7- अत्याधुनिक थियेटर का निर्माण
8- नए बोटिंग प्वाइंट का निर्माण