भूस्खलन ने रोकी बद्रीनाथ यात्रा, रास्ते में रोके गए एक हजार यात्री..
बद्रीनाथ हाईवे लामबगड़ में बंद हो गया। ऐसे में करीब 1000 यात्रियों को यात्रा पड़ाव पांडुकेश्वर, गोविंदघाट, जोशीमठ में ही रोक दिया गया।
उत्तराखंड: लगातार हो रही बारिश के कारण जगह जगह पर भूस्खलन हो रहा हैं। जिससे चारधाम मार्गों के साथ ही अन्य कई मार्ग पर भी मलबा आ रहा हैं। जिसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। मलबा आने से बंद हो रहे रास्ते यात्रियों के साथ ही आम लोगों के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ हैं। बद्रीनाथ हाईवे भी यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है।
यहां खचड़ा नाले के साथ ही कई अन्य जगहों पर शुक्रवार से बंद बद्रीनाथ हाईवे रविवार शाम को खोल दिया गया था, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन देर शाम सात बजे हाईवे लामबगड़ में बंद हो गया। ऐसे में करीब 1000 यात्रियों को यात्रा पड़ाव पांडुकेश्वर, गोविंदघाट, जोशीमठ में ही रोक दिया गया।
आपको बता दे कि बीते शुक्रवार रात 11 बजे भारी बारिश के दौरान बद्रीनाथ हाईवे रड़ांग बैंड, बैनाकुली और खचड़ा नाले में मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया था। ऐसे में यहां सैकड़ों यात्री फंस गए थे, जबकि कुछ पैदल यात्रियों को सीढ़ी लगाकर वैकल्पिक रास्ते से दूसरी ओर भेजा गया।
रविवार को शाम करीब चार बजे खचड़ा नाले में मलबा हटाने के बाद हाईवे को सुचारु किया गया, जिसके बाद जोशीमठ, पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में रोके गए करीब 2500 तीर्थयात्रियों व स्थानीय श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ धाम भेजा गया। जबकि करीब 3000 तीर्थयात्री बद्रीनाथ से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।
वहीं देर शाम को सात बजे हाईवे लामबगड़ में मलबा आने से फिर बंद हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी का कहना हैं कि रविवार दोपहर तक मौसम सामान्य होने के बाद खचड़ा नाले में मलबा गिरने का सिलसिला थमाए जिसके बाद यहां जेसीबी से मलबा हटाया गया। अब लामबगड़ में मलबा और पत्थर आने से हाईवे बंद हो गया है। हाईवे खोले जाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।