उत्तराखंड

विभिन्न संगठनों ने बीडी सिंह पर लगे आरोपों को बताया बेबुनियाद

आपदा के दौरान मुख्य कार्याधिकारी का कार्य रहा सराहनीय
देश की महान हस्तियों को केदारनाथ आने का दिया न्यौता
षड़यंत्र के तहत रची गई साजिश
रुद्रप्रयाग। जून 2013 की भीषण आपदा के बाद भगवान केदारनाथ एवं बद्रीनाथ की यात्रा को पुनः सुचारू ढंग से चलाने के लिए भगीरथ प्रयास करने वाले कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार एवं चरित्रवान मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह पर एक साध्वी द्वारा छेड़छाड़ जैसे आरोप को विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बेबुनियाद ठहराया है।

श्री बद्री-केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास पोस्ती, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप थपलियाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता डाॅ आनंद सिंह बोहरा ने कहा कि आपदा में मंदिर में आये मलबे को स्वयं अपने हाथों में फावड़ा लेकर साफ करके 11 सितम्बर 2014 से फिर से श्री केदारनाथ मंदिर की पूजा पद्धति को प्रारम्भ करवाना, कार्यरत कर्मचारियों के लिए रहने के लिए दानियों से कमरों का निर्माण करवाना, पाॅलीथीन दूध पर प्रतिबंध लगाये जाने के लिए शुद्ध दूध से भगवान का अभिषेक कराये जाने के लिए गौपालन करवाना, आपदा में ध्वस्त गौरीमाई मंदिर का जीर्णोद्धार जैसे ऐतिहासिक एवं जनहित के कार्य करवाने वाले मुख्य कार्याधिकारी पर ऐसे कुत्सित आरोपों को लगाया जाना किसी षड़यंत्र का द्यौतक हैं मई-जून माह में मुख्य कार्याधिकारी कार्यालय एवं आवास में मिलने-जुलने एवं कार्यरत स्टाॅफ की भीड़भाड़ के समक्ष कथित छेड़खानी अथवा अभद्रता कैसे की गई, यह भी समझ से परे है। मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह द्वारा इस यात्राकाल में श्री केदारनाथ में देश के प्रधानमंत्री की पूजा रसीद कटवाकर पूजा-अर्चना करवाई गई, जो इनकी ईमानदारी को दर्शाता है। इसी प्रकार श्री बद्रीनाथ धाम में देश के राष्ट्रपति की पूजा-अर्चना करवाई गई। जबकि पूज्यपाद मुरारी बापू को केदारनाथ धाम में आमंत्रित कर राम कथा एवं बद्रीनाथ धाम में अवधेशानंद गिरी जी महाराज द्वारा कथा की गई।

श्री सिंह द्वारा केदारनाथ में उद्योगपति मुकेश अंबानी को आमंत्रित किया गया और श्री अंबानी द्वारा बद्री-केदार मंदिरों में चंदन केशर के लिए धनराशि मंदिर कोष में जमा करवाई गई। कहा कि मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह द्वारा लोकप्रिय एवं ऐतिहासिक कार्य किये जाने से कुछ व्यक्तिों को अच्छा नहीं लग रहा है, जिससे उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्री सिंह के साथ उत्तराखण्ड की समस्त जनता खड़ी है। कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही परम्पराओं व प्रथाओं के अनुरूप सनातनी पूजा व्यवस्था का विरोध करने वालीे धार्मिक साध्वी द्वारा ऐसे अनर्गल आरोपों से किसी साजिश का आभास हो रहा है। वहीं मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह के समर्थन में केदारसभा भी खुलकर आ गया है। केदारनाथ में केदारसभा की बैठक में पदाधिकारियों तथा सदस्यों ने एक तथाकथित साध्वी द्वारा सीईओ पर लगाये गये सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। साथ ही कहा कि यह किसी साजिश की ओर इशारा करती है।

केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह तथा मुख्य पुजारी पर किसी साध्वी द्वारा जायदाद हड़पने तथा छेड़खानी का आरोप लगाया गया है, जो निराधार है। उन्होने कहा कि हिन्दू धर्म में साधु संतो को जायदाद एकत्रित करना शास्त्र सम्मत नहीं है, फिर कैसे एक साध्वी के पास धन सम्पदा या जायदाद आ गयी। पूर्व अध्यक्ष किशन बगवाड़ी तथा महेश बगवाड़ी ने कहा कि बीडी सिंह ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ तथा बेहद दूरदर्शी व्यक्तित्व हैं। ऐसे विराट व्यक्तित्व पर साध्वी द्वारा यूं अकारण आरोप लगाना गले नहीं उतर रहा है। कहा कि जांच एजेन्सी को इस बात की तह तक जाना होगा। कहा कि आपदा के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा को चाक चैबंद करने का सारा श्रेय केवल बीडी सिंह को जाता है। बैठक में तेजप्रकाश तिवाडी, रमाकांत शर्मा आदि मौजूद थे।

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