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इस पहाड़ी बाला ने बॉलीवुड में अपने दम पर बनाई पहचान

देहरादून। संभवत: आभा धूलिया पहली उत्तराखंडी अभिनेत्री थी, जिसने हिंदी सिनेमा में अपनी प्रतिभा दिखाने की कोशिश की. हो सकता है कि आभा से पहले कुछ और उत्तराखंडी अभिनेत्रियोंने मुंबई सिनेमा-जगत में अपने अभिनय का जौहर दिखाने के प्रयास किये हों, पर मुझे ऐसा कुछ ज्ञात नहीं है. लेकिन, पिछले पच्चीस-तीस वर्ष से लेकर हाल के इतिहास को देखें तो ऐसे अनेक नाम स्मृतिपटल पर आते हैं. हिमानी भट्ट-शिवपुरी, मनस्वी ममगाईं, प्रियंका कंडवाल, उर्वशी रौतेला, अनुष्का शर्मा और अब प्रकृति नौटियाल! ये सब अभिनेत्रियां हिंदी फिल्म जगत में अपने बलबूते या तो अपनी पहचान बना चुकी हैं अथवा बना रही हैं.

यह संख्या बहुत अधिक हो सकती थी, क्योंकि हमारा तथाकथित मुख्यधारा का सिनेमा जिस तरह से रंग-रूप की परिभाषा करता है उस प्रकार का रूप-रंग अपने उत्तराखंड में खूब पाया जाता है. पर ऐसा हो नहीं पाया. कारण था, हमारे समाज का थियेटर और सिनेमा से परहेज! हमारी सामाजिक मान्यताओं ने सिनेमा-थियेटर में महिलाओं के प्रवेश को बुरा ही नहीं माना अपितु जिसने भी ऐसा प्रयास किया उसे चरित्रहीन की श्रेणी में डाल दिया. पहाड़ी थियेटर और फिल्मों को भी इस चुनौती का सामना खूब करना पड़ा. यही नहीं, एक समय था जब रामलीला के चितेरे उत्तराखंडियों को उत्तराखंड और प्रवास में महिलाओं की भूमिकाएं भी पुरुषों से करवानी पड़ती थीं.

खैर, धीरे-धीरे समय बदला और रामलीला से लेकर थियेटर तथा अब सिनेमा (पहाड़ी-हिंदी सब) में हमारी बहनों-बेटियों की उपस्थिति बढ़ती जा रही है. यह स्वागत-योग्य प्रगति है. आज हमारे लोग विभिन्न मंचों से इन अभिनेत्रियों के नाम गर्व से गिनाते हैं और यथासंभव उनका सम्मान भी करते हैं. जी हां, यदि सामाजिक-सांस्कृतिक विकास का ताना-बाना मजबूत करना है तो उसका प्रगतिशील और सर्वांगीण होना आवश्यक है.

बहरहाल, मैं यहां छोटी काया की लेकिन बड़े सपनों वाली अभिनेत्री प्रकृति नौटियाल की बात कर रहा था. प्रकृति का जन्म 23 जून 1994 को नयी दिल्ली में हुआ था. मूलरूप से टिहरी गढ़वाल जनपद की निवासी प्रकृति महिला अधिकार आंदोलन की अग्रणी नेता और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की वरिष्ठ नेता अनीता नौटियाल की बेटी है. आत्म-निर्भर, आत्म-विश्वासी और निडर स्वभाव की अपनी मां से प्रकृति ने अनेक गुण लिए हैं. इसी के फलस्वरूप प्रकृति मुंबई जैसे फिल्म-जगत में बिना किसी परिचय और बिना किसी सपोर्ट के रह रही है और अपनी प्रतिभा के बल पर धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रही है.

मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी और इतिहास विषयों के साथ प्रकृति ने चंडीगढ़ डीएवी कॉलेज से स्नातकीय डिग्री प्राप्त की और अब आगे की पढाई की तैयारी कर रही है. वह अपनी मां की तरह निडर, आत्म-विश्वासी और साहसी होने के साथ-साथ ऐसे गुणों से भी संपन्न है जो उसे किसी भी समूह में शीघ्र ही लोकप्रिय और ग्राह्य बना देते हैं. अपरिचित लोगों से शीघ्र संवाद स्थापित करने की कला भी उसने अपनी मां से पाई है. प्रकृति अभिनेत्री होने के साथ-साथ एनिमल एक्टिविस्ट भी है. अनेक बार वह सड़क पर बीमार पड़े कुत्ते-बिल्लियों को अपने घर लाकर उनकी सेवा करती रही है और फिर इन पशुओं से उसे इतना प्रेम हो जाता है कि उन्हें घर से निकाल ही नहीं पाती है.

स्वयं का परिचय अभिनेत्री और पेतीत (छोटी कद-काठी) मॉडल के रूप में देने वाली प्रतिभाशाली प्रकृति का परिचय वास्तव में इससे बढ़कर है! बचपन से ही उसका रुझान अभिनय और मॉडलिंग की दुनिया की ओर था. वर्ष 2010 में स्कूली जीवन के दौरान मात्र 15-16 वर्ष की आयु में अहमदाबाद गुजरात में प्रकृति ने रैम्पशो में भाग लिया और फिर धीरे-धीरे अपने लिए स्थान बनाना आरंभ किया.

चंडीगढ़ में स्नातकीय शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ प्रकृति ने पंजाबी-हिंदी संगीत वीडियो और कुछ फिल्मों में अभिनय भी किया. वर्ष 2011 में प्रकृति ने दूरदर्शन राष्ट्रीय चैनल के एक वृत्त-चित्र में अभिनय किया और गुजरात के एक स्थानीय समाचार पत्र के लिए फोटो-शूट भी किया. बाद में उसने एक लघु फिल्म में मुख्य भूमिका भी निभाई. कुल मिलाकर, पंजाबी के चार और हिंदी के एक संगीत वीडियो में उसने मुख्य भूमिका निभाई है. प्रकृति को थियेटर अभिनेत्री के रूप में भी जाना जाता है. हिंदी के कुछ नाटकों के साथ-साथ सुरेश नौटियाल के गढ़वाली नाटक “चखुली प्रधान” में भी उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बटाला पंजाब में एलसीरेस्तरां के शुभारंभ पर रैम्प-वाक करने के अलावा प्रकृति ने विभिन्न आयोजनों की एंकरिंग भी की है.

 

म्यूजिकवीडियो:प्रकृति ने “शीअगेंस्ट द वर्ल्ड: टेलऑव ए रेबेल” में मुख्य भूमिका निभाई जिसे पाठक इस लिंक <http://youtu.be/Q7-daSByrI4>पर यू-ट्यूब पर देख सकते हैं.उसने “कहानी: रूही ऑफिशियल म्यूजिक वीडियो 2014″ में भी काम किया जिसे यू-ट्यूबके लिंक <https://www.youtube.com/watch?v=ETrxFZ_1DyY> पर देखा जा सकता है. प्रकृति ने “तेरा मुखड़ा ते चंडीगढ़” संगीत वीडियो में भी काम किया, जिसे < http://youtu.be/MiWVpefn7qw>पर देखा जा सकता है. ललित शेरगिल के संगीत वीडियो “गर्लफ्रेंड” में भी उसने काम किया है, जिसे यू-ट्यूब के <http://youtu.be/xBQ7jWdtFaw> लिंक पर देखा जा सकता है. उसके “राहें खलोइये”संगीत वीडियो को आप <http://youtu.be/zLcDuwGZ18k> पर देख सकते हैं. प्रकृति ने एंडेमोल प्राइवेट लिमिटेड के बिंदास चैनेल के एक रियालिटीशो में मुख्य भूमिका निभाई है.

फिल्में: प्रकृति ने पंजाबी फिल्म “मुडीयां तौं बच के रहीं” में भी भूमिका की जो 30 मई 2014 को रिलीज हुयी थी. सुजीत सरकार और अमित रॉय के निर्देशन में राइजिंग सन फिल्म्स कंपनी की फिल्म “रनिंग शादी डॉटकॉम” में भी अभिनय किया है. यह फिल्म शीघ्र रिलीज होने वाली है. प्रकृति ने एक अन्य हिंदी फिल्म “थोड़ी सी जिंदगी” में सेकिंड लीड अभिनेत्री के रूप में काम किया है. वर्ष 2015 में बनी यह फिल्म भी शीघ्र रिलीज होने वाली है. यू-ट्यूब पर इसकी झलकियां<http://spicyonion.com/title/thodi-si-zindagii-hindi-movie/>लिंक पर देखी जा सकती हैं. और इसी फिल्म का एक गीत <https://youtu.be/L1PN7dna9u4>लिंक पर देखा जा सकता है. प्रकृति ने एक लघु फिल्म “विक्रम बेताल” में भी मुख्य भूमिका निभाई, जिसे आप <https://www.youtube.com/watch?v=HXa6Bju6sQE> पर देख सकते हैं. समाज को जागरूक बनाने वाली एक फिल्म <https://youtu.be/8h4CTsfLZ-c> में भी उसने काम किया. हाल ही में प्रकृति ने “ब्रिजऑवइल्यूजन” नामक एक हिंदी फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में से एक भूमिका निभाई है, जिसे संतोष ओझा ने निर्देशित किया है. इसे आप <https://youtu.be/Ph84vZiN2GM> लिंक पर देख सकते हैं.

टीवीप्रोग्राम: प्रकृति ने “सावधान इंडिया” के दो एपिसोड में मुख्य भूमिका में काम किया है. इसे आप इस लिंक <http://www.hotstar.com/tv/savdhaan-india/362/twin-trouble/1000093262> पर देख सकते हैं. टीवीसीरियल “ये कहां आ गए हम” में प्रकृति ने कैमियो की भूमिका निभाई है. इसे आप <https://youtu.be/I7Eh8OIM5Uo> पर देख सकते हैं.लाइफ ओके चैनेल पर दिखाए गए एक रियालिटीशो “वेलकम-2” के “बाजी मेहमान नवाजी की” भी प्रकृति ने किया है. इस चैनेल पर यह कार्यक्रम 5 से 9 मई 2014 तक दिखाया गया था. इसे आप यू-ट्यूब पर <https://www.youtube.com/watch?v=KtWQDt1YjxE> देख सकते है. चैनेल-वी के सीरियल “ये जवानी तारा रीरी” में भी प्रकृति ने काम किया है. इसे आप इस लिंक<http://www.youtube.com/watch?v=WhLwqErN6RQ> पर देख सकते हैं. एमटीवीका एक रियालिटीशो“हे टिकेट” एपिसोड-10 भी प्रकृति ने किया जो पिछले साल 11 जुलाई को शाम 8 बजे एमटीवी<https://youtu.be/emjyYDeD9sw> पर दिखाया गया था.

विज्ञापन फिल्में: विज्ञापन फिल्मों की दुनिया में भी प्रकृति अपनी पहचान बना रही है. उसने ग्लास पैलेस फर्नीचर ब्रांड के लिए हाल ही में फोटो-शूट किया है और यह विज्ञापन शीघ्र आपको दिखाई देगा! प्रकृति ने कार्बन मोबाइल के लिए एक विज्ञापन फिल्म भी की. यह यू-ट्यूब<http://youtu.be/_3xl0hcLynw> पर उपलब्ध है और पिछले दिनों क्रिकेट मैचों के दौरान यह विज्ञापन आप सबने देखा होगा जिसमें प्रकृति को एक बंगाली लड़की के रूप में इंटरनेट के माध्यम से एकतारा संगीत सीखते हुए दिखाया गया था. डिट्टोकॉमका भी विज्ञापन उसने हाल ही में किया है, जो शीघ्र रिलीज होगा.

प्रकृति का मानना है कि अभिनय व्यवसाय होने के साथ-साथ कला भी है और ऐसी कला जो आपकी प्रवृत्ति, आपके व्यवहार में होती है. पर, इस कला में निखार लाने के लिए निरंतर प्रशिक्षण आवश्यक है. वह यह भी कहती है कि अभिनय एक ओर नितांत व्यक्तिगत अभिव्यक्ति है, पर दूसरी ओर इसके आयाम ऐसे हैं जो सदैव दूसरों से जुड़े होते हैं. यह स्वाभाविक और कल्पनात्मक तो है पर इसमें भरपूर तकनीकें भी सम्मिलित हैं. बहरहाल उसके अनुसार अभिनेत्री या अभिनेता का व्यक्त्तित्व ऐसा तो होना ही चाहिए कि वह अपने दर्शकों को बांधकर रख सके. अपने अभिनय में प्रकृति इन्हीं गुणों का समावेश करने का प्रयास करती है. वह मानती है कि अभिनेत्री या अभिनेता की आवाज भी ऐसी होनी चाहिए जो दर्शकों या श्रोताओं को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर दे.

अंत में इतना ही कि छोटी सी काया की इस अभिनेत्री के सपने बहुत बड़े हैं! वह अपने अभिनय के बल पर एक दिन उत्तराखंड ही नहीं पूरे देश का मान-सम्मान बढ़ाना चाहती है. प्रकृति आपकी तरह ही हम सबको उस दिन की प्रतीक्षा है!

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