शूटिंग विश्व कप: बेटियों के नाम हुए 25 मीटर पिस्टल के तीनों पदक, जानिए..
देश-विदेश : बेटियों ने कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में वह कर दिखाया जो शूटिंग विश्व कप के इतिहास में इससे पहले किसी भारतीय ने नहीं किया। 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में मध्य प्रदेश की चिंकी यादव ने स्वर्ण, राही सरनोबत ने रजत और हरियाणा की मनु भाकर ने कांस्य पदक जीते है। यह पहला मौका है जब विश्व कप में एक ही स्पर्धा के तीनों पदक भारतीय निशानेबाजों ने जीते हुए थे। भोपाल के तात्या टोपे स्टेडियम में बतौर इलेक्ट्रीशियन काम करने वाले पिता की बेटी चिंकी के लिए विश्व कप का उनका पहला स्वर्ण दोहरी खुशियां लेकर आया है।
चिंकी इस स्पर्धा में ओलंपिक कोटा भी हासिल कर चुकी हैं। इसके बावजूद उनका ओलंपिक टीम में चयन पक्का नहीं माना जा रहा था। कारण मनु भाकर का दावा मजबूत होना है, लेकिन यहां उन्होंने राही और मनु दोनों पर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी। क्वालिफाइंग में 580 का स्कोर कर दूसरे स्थान पर रहने वाली चिंकी कहती हैं वह फाइनल में सेकंड के हर सौवें हिस्से में भी दबाव महसूस कर रही थीं। उनके पसीने छूट रहे थे, लेकिन खराब होने पर वह अपने को समझाकर नई तरह से शुरुआत कर रही थीं। स्वर्ण जीतने के बाद चिंकी से जब पूछा गया कि अब फेडरेशन के लिए उन्हें ओलंपिक टीम से बाहर करना संभव नहीं होगा? इस पर चिंकी ने कहा कि वह चयन के बारे में ज्यादा नहीं सोच रही थीं, लेकिन जो आप कह रहे हैं वह भी सच ही है।
शूटऑफ में झटका स्वर्ण..
चिंकी ने क्वालिफाइंग में शीर्ष पर रहने सरनोबत (581) और चौथे स्थान पर रहने वाली मनु भाकर (576) पर फाइनल में पहली सीरीज के बाद लगातार बढ़त बनाकर रखी। इस विश्व कप में चौथा पदक जीतने वाली मनु को सातवीं सीरीज में चार निशाने गंवाना महंगा पड़ गया। वह दूसरे से तीसरे स्थान पर आ गईं। कांस्य की लड़ाई में भी वह राही से एक निशाने से पीछे रह गईं। चिंकी अंतिम सीरीज में राही पर 30-29 की बढ़त पर थीं लेकिन यहां राही ने 3-2 से बाजी मार स्कोर 32-32 बराबर कर दिया। शूट ऑफ में चिंकी ने 4-3 से बाजी मार स्वर्ण जीता।
ऐश्वर्य स्वर्ण जीतने वाले सबसे युवा..
मध्यप्रदेश के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (462.5) ने 50 मीटर थ्री पोजीशन में हंगरी के पेनी इस्तवान और संजीव राजपूत जैसे दिग्गजों के बीच स्वर्ण पदक जीता। तेज हवा और विपरीत परिस्थितियों में राजपूत ने क्वालिफाइंग में 1172 का बड़ा स्कोर किया, लेकिन आज उनका नहीं बल्कि उनके युवा साथी ऐश्वर्य का दिन था। क्वालिफाइंग में 1165 के साथ पांचवें स्थान पर रहने वाले ऐश्वर्य शुरू से बढ़त पर रहे। प्रोन में वह दूसरे स्थान पर फिसले, लेकिन स्टैंडिंग पोजीशन में उन्होंने जो बढ़त बनाई तो स्वर्ण जीतकर ही हटे। बीस वर्षीय ऐश्वर्य इस स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले सबसे युवा भारतीय बने। नीरज आठवें और संजीव छठे स्थान पर रहे। हंगरी के पेनी को रजत और डेनमार्क के स्टीफन ओल्सन को कांस्य मिला। महिलाओं में 50 मीटर थ्री पोजीशन में अंजुम मौद्गिल और तेजस्वनी सावंत फाइनल में जगह नहीं बना सकीं।