BJP को मिला फीडबैक, किसान आंदोलन लंबा चला तो आगामी चुनाव में खिसक जाएगा वोटबैंक..
देश-विदेश: बीते कई महीनों से देश की सियासत में भूचाल लाने वाला किसान आंदोलन भाजपा के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है अब इसी कड़ी में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को नया फीडबैक मिल रहा है इसके मुताबिक बीजेपी के लिए किसान आंदोलन अपशगुन साबित हो सकता है। यूपी में जिस तरह से फीडबैक मिल रहे हैं उसके मुताबिक अगर किसान आंदोलन अभी और लंबा चलता है तो 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ही नहीं बल्कि देश भर की भाजपा सरकार को किसानों के इस आंदोलन का नुकसान उठाना पड़ सकता है। तमाम ऐसी सीटें हैं जहां जाट वोट बैंक प्रभावी है वहां उसे करारी हार मिल सकती है।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन के बाद से आ रही जमीनी रिपोर्ट बताती है कि बीजेपी के लिए अंदरूनी संकेत अच्छे नहीं है अब इसे सर्वे कहे या इसे सूत्रों के हवाले से आ रही खबर, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट कर इस बात के संकेत उन्हें दे दिए हैं कि लंबा चल रहा है यह आंदोलन कहीं ना कहीं बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकता है। पश्चिमी यूपी , राजस्थान और मध्य प्रदेश की 40 सीटों से आने वाले सांसदों विधायकों और प्रमुख नेताओं के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने बैठक की थी इसी में इस बात का निर्णय लिया गया था कि वह जनता के बीच फीडबैक लेंगे इस किसान आंदोलन के बाद आखिरकार ताजा सूरते हाल क्या है।
अब जो खबर अंदर से आ रही है उसको सच माने तो किसान आंदोलन को लेकर जो संकेत पार्टी को मिल रहे है उसके मुताबिक कहीं ना कहीं इसका नुकसान भाजपा को आने वाले चुनाव में बड़े पैमाने पर उठाना पड़ सकता है। जमीनी स्तर के लोगों का मानना है कि किसान आंदोलन जल्दी से जल्दी खत्म हो इसके लिए सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए लेकिन देखना होगा कि नफे और नुकसान के बीच उलझा किसान आंदोलन कब खत्म होगा और कब देश की सियासत में इस बड़े आंदोलन का असर दिखाई पड़ेगा।