आरसेटी ने दिया महिलाओं को होममेड अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण..
ग्राम पंचायत देवली-भणिग्राम में दस दिवसीय प्रशिक्षण का समापन..
रुद्रप्रयाग। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) की ओर से विकासखंड ऊखीमठ की ग्राम पंचायत देवली भणीग्राम में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का दस दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हो गया है। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं ने होममेड अगरबत्ती सहित हर्बल धूप, लोकल जड़ी बूटियों से तैयार होने वाली धूप, बद्री गाय के गोबर से धूप तैयार करना सिखाया।
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर टेªनर किरन नेगी ने महिलाओं को अगर बत्ती, हर्बल धूप, बद्री गाय के गोबर से निर्मित धूप बनाना सिखाया। साथ ही उन्हें पैकिंग व ग्रेडिंग भी सिखाई। संस्थान के निदेशक केएस रावत ने महिलाओं को बैंकिंग योजनाओं व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन, एमएसवाई, पीएमईजीपी योजनाओं सहित कई सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
वहीं प्रशिक्षक वीरेन्द्र बत्र्वाल ने भी महिलाओं को उद्यमशीलता और मार्केटिंग, मूल्यसंवर्धन, कार्य योजना तैयार करने की जानकारी दी। कार्यक्रम के समापन अवसर पर शाखा प्रबंधक ने महिला समूह को ऋण, केसीसी, सीसीएल, वित्तीय साक्षरता की जानकारी दी। विकासखंड ऊखीमठ के सहायक खंड विकास अधिकारी जेएल आर्य ने महिलओं को एनआरएलएम के तहत चलने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। ऊखीमठ ब्लाॅक के बीएमएम मनोज कोठारी ने कहा कि यदि महिलाएं धूप व अगरबत्ती का निर्माण वृहद स्तर मेें करती हैं तो एनआरएलएम टीम उसे मार्केट देने का भी काम करेगी।
साथ ही केदारनाथ प्रसाद में महिलाओं द्वारा बनाई गई धूप को शामिल किया जा सकता है। आरसेटी निदेशक किशन सिंह रावत ने बताया कि एनआरएलएम की महिला बाद उन्हें रोजगार से जोड़ने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, कोटेश्वर, कालीमठ, कार्तिक स्वामी आदि कई पर्यटक स्थल हैं जहां लाखों की संख्या में यात्री आते हैं। यात्रा का मुख्य पड़ाव होने से यहां व्यवसाय की अपार संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर ग्राम प्रधान ज्योति देवी ने कहा कि महिलाओं ने प्रशिक्षण बहुत ही अच्छे ढंग से प्राप्त किया। तमाम घरेलू कार्य होने के बावजूद भी महिलाओं ने इस प्रशिक्षण में प्रतिभाग जारी रखा। इस अवसर पर प्रशिक्षण ले रही दुलारी देवी, कान्ति देवी, सिद्धी देवी, चेतना देवी, संगीता देवी, विनीता देवी, स्मिता देवी, पूनम देवी, मीरा देवी, सरिता देवी, भारती देवी, बीना देवी, उषा देवी, प्रेमकला, सोनिया देवी, मंजू देवी, आदि महिलाएं उपस्थित थी।