प्रशासनिक कार्य रूके, जनता एवं जनप्रतिनिधियों में आक्रोश..
रुद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग जनपद इन दिनों जिलाधिकारी से लेकर उपजिलाधिकारी, तहसीलदार जैसे अहम पदों से रिक्त चल रहा है। रुद्रप्रयाग की निवर्तमान जिलाधिकारी वंदना सिंह को शासन में सबंद्ध कर दिया गया है, लेकिन उनकी जगह पर अभी तक केाई जिलाधिकारी नहीं भेजा गया है। ऐसे में जहां प्रशासनिक कार्य रूक रहे हैं, वहीं जिले का विकास भी प्रभावित हो रहा है। तीन दिन में नये जिलाधिकारी को न भेजे जाने से जनता एवं जनप्रतिनिधियों में भी आक्रोश है।
दरअसल, रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी वंदना सिंह को विगत दो दिन पूर्व रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी पद से हटाकर शासन में भेजा गया है, लेकिन दो दिन का समय गुजर जाने के बाद भी रुद्रप्रयाग में अभी तक नये जिलाधिकारी की नियुक्ति नहीं हो पाई है। जिलाधिकारी के न होने से जहां प्रशासनिक कार्य रूके पड़े हैं, वहीं जिले का विकास भी प्रभावित हो रहा है। जनता एवं जनप्रतिनिधियों में भी आक्रोश है कि फिलहाल जिलाधिकारी को नहीं हटाना चाहिये था, यदि हटाना ही था तो उनके स्थान पर शीघ्र नये जिलाधिकारी को तैनात किया जाना चाहिये था।
केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिख कर चिंता व्यक्त की है और कहा कि जनपद जिलाधिकारी विहिन चल रहा है। कहा कि जिलाधिकारी को पांच महीने बाद ही यहां से देहरादून भेजा गया है, जो कि उचित नहीं है। 5 महीने में तीन अपर जिलाधिकारीयों बदला गया है।
ब्लाॅक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल ने भी जिलाधिकारी के शासन में भेजे जाने पर आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों के तबादले पर है, न कि विकास पर। अधिकारियों के बार-बार हो रहे तबादले और कई महत्वपूर्ण अधिकारियों के न होने से जिले का विकास पिछड़ गया है।