शिवालय प्रांगण को नुकसान पहुंचने से भड़के नरकोटा के ग्रामीण..
मंदिर मार्ग का ट्रीटमेंट नहीं करने पर ग्रामीण करेंगे उग्र आंदोलन..
रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंच रहा है। निर्माणदायी संस्था ग्रामीणों की पौराणिक धरोहरों को तबाह कर रही हैं। ऐसे में ग्रामीणों में भारी आक्रोश पनपने लगा है, जो कभी भी कंपनी के खिलाफ सड़कों पर फूट सकता है।
बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल निर्माण से भगवान शिव के मंदिर असुरक्षित होते जा रहे हैं, जहां देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है, वहीं नरकोटा में शिवभक्त परियोजनाओं की मनमानी के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन करने की तैयारी में जुट गये हैं।
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के समीप नरकोटा गांव में प्राचीन शिवालय के प्रांगण और पैदल सम्पर्क मार्ग को मलबा और बोल्डरों से भारी नुकसान पहुंचा है, जिस कारण ग्रामीणों में खासा आक्रोश बना हुआ है। उन्होंने जिम्मेदार कंपनियों के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। मौजूदा समय में नरकोटा गांव में एक तरफ रेलवे परियोजना तो दूसरी ओर आलवेदर का काम चल रहा है। ऐसे मे डंपिंग जोन की वजह से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा गांव के प्राचीन शिवालय के प्रांगण और पैदल मार्ग को नुकसान पहुंचा रहा है।
इसी को लेकर ग्रामीणों मे भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने साफ चेतवानी दी कि यदि जल्द प्रांगण और पैदल मार्ग को दुरुस्त नहीं किया जाता तो जिम्मेदारी कम्पनियों को बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा। इस संबंध में अहम बैठक की जायेगी, जिसमें जरूरी निर्णय लिए जायेंगे। ग्राम प्रधान चंद्रमोहन, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष संदीप भट्टकोटी और नवयुवक मंगल दल अध्यक्ष सुनील जोशी ने कहा कि किसी भी कीमत पर कंपनियों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कंपनी के खिलाफ ग्रामीण सड़कों पर आंदोलन करने के लिए भी तैयार हैं।