बच्छणस्यूं के कमोल्डी में खतरे की जद में आवासीय मकान..
राहत के नाम पर पीड़ित परिवारों को दिए जा रहे तिरपाल..
रुद्रप्रयाग। बच्छणस्यूं क्षेत्र के कमोल्डी गांव में भूस्खलन के चलते आवासीय मकान खतरे की जद में आ गये हैं। जल्द सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये गए तो मकान कभी भी ढह सकते हैं। प्रशासन की ओर से राहत के नाम सिर्फ तिरपाल बांटे जा रहे हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन खासा प्रभावित हो रहा है। दो दिनों से जिले में बारिश हो रही है, जिस कारण ग्रामीण जनता की समस्याएं बढ़ गयी हैं।
भूस्खलन के कारण बच्छणस्यूं पट्टी के कमोल्डी गांव निवासी नारायण सिंह गुसाईं का चार कमरों का आवासीय मकान खतरे की जद में आ गया है। मकान का आंगन, शौचालय और किचन क्षतिग्रस्त हो गया है। पूर्व सैनिक श्री गुसाईं ने जीवन भर की कमाई अपने घर पर लगाई। अब उनके दस सदस्यीय परिवार के सामने सिर छुपाने की समस्या हो गई है। प्रशासन की टीम मौका-मुआयना के लिए पहुंची तो थी, लेकिन पीड़ित परिवार को राहत नहीं मिली है। प्रशासन ने सिर्फ दो तिरपाल देकर इतिश्री कर दी है।
भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का ट्रीटमेंट नहीं किया तो अन्य आवासीय भवनों को भी खतरा पैदा हो सकता है। उक्रांद जिला उपाध्यक्ष मोहित डिमरी ने क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मौके पर उप जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आवासीय मकान की सुरक्षा के लिए जल्द काम शुरू किया जाय। साथ ही पीड़ित परिवार को हुए नुकसान की भरपाई की जाय।