यात्रा खोलने की मांग को लेकर 27 को सोनप्रयाग में प्रदर्शन..
यात्रा न खुलने के कारण बेरोजगारों के सामने भुखमरी की समस्या..
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा न चलने के कारण बेरोजगारों में सरकार के खिलाफ आक्रोश है। आक्रोशि बेरोजगारों का कहना है कि विगत दो वर्षों से उनकी आर्थिकी पूरी तरह से डगमगा गई है। आज उनके सम्मुख भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है। पर्यटक स्थलों को तो सरकार ने खोल दिया है, लेकिन चारधाम की यात्रा को लेकर सरकार की ओर से कोई पैरवी नहीं की जा रही है। जिस कारण बेरोजगारों में आक्रोश है। यात्रा खोलने की मांग को लेकर श्री केदार धाम होटल आनर्स एसोसिएशन से जुड़े लोग 27 अगस्त को केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में प्रदर्शन करेंगे।
यात्रा न चलने के कारण बेरोजगार हुये लोगों का कहना है कि आज उनके सम्मुख भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है। सरकार ने पर्यटक स्थल तो पर्यटकों के लिये खोल दिये हैं, लेकिन यात्रा को लेकर सरकार की ओर से कोर्ट में कोई पैरवी नहीं की जा रही है। कई लोगों ने बैंक से ऋण लेकर होटल, लाॅज, हटस, दुकानें बनाई हैं, लेकिन यात्रा न चलने के कारण वह बैंक का ऋण भी नहीं चुका पा रहे हैं। जबकि बैंक की ओर से उन पर ऋण चुकाने का दवाब बनाया जा रहा है। यात्रा से जुड़े लोगों का कहना है कि अब कोरोना महामारी कम हो गई है।
अब सरकार को यात्रा खोलने के लिये पैरवी करनी चाहिये। यात्रा खुलने के बाद यात्रियों के आने से कुछ तो राहत मिलेगी। पिछले वर्ष इन दिनों यात्रा खुल गई थी। जिसके बाद परेशानियां कुछ हद तक कम हो गई थी, लेकिन इस बार अभी तक यात्रा न खुलने के कारण दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं और लोगों के सम्मुख भुखमरी की नौबत आ गई है।
श्री केदार धाम होटल आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी, सचिव नितिन जमलोकी, उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल, कोषाध्यक्ष अमित कुमार, जतिन बगवाड़ी, कमलेश भटट, मीनाक्षी प्रसाद घिल्डियाल सहित अन्य ने कहा कि अगर यात्रा नहीं खुलती है तो यात्रा से जुड़े लोगों के सामने विकट समस्या खड़ी हो जायेगी। उन्होंने कहा कि दो सालों से यात्रा नहीं चल रही है। जिस कारण अब घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि यात्रा खोलने की मांग को लेकर 27 अगस्त को सोनप्रयाग में प्रदर्शन किया जायेगा। इसके बाद भी यात्रा न खुली तो आमरण-अनशन किया जायेगा।