उत्तराखंड

21 अक्तूबर को बंद हो होंगे केदारनाथ के कपाट

27 अक्टूबर को तुंगनाथ व 22 नवंबर को मद्महेश्वर के होंगे कपाट बंद
रुद्रप्रयाग। 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ, तृतीय केदार तुंगनाथ व द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धामों के कपाट बन्द होने की तिथि घोषित कर दी गई हैं। आज विजय दशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थलों में पंचाग गणना के अनुसार तिथि घोषित की गयी।

भगवान केदारनाथ के कपाट 21 अक्टूबर को सुबह आठ बजे वृषक लग्न में शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायेंगे। केदारनाथ के कपाट बन्द होने के बाद चल विग्रह डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए 23 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान होगी।

तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुँगनाथ के कपाट 27 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर वृषक लग्न में शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायेंगे। कपाट बन्द होने के बाद भगवान तुँगनाथ की चल विग्रह डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पड़ावो पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए तीस अक्टूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कमठ में विराजमान होगी।

द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर के कपाट 23 नवम्बर को सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर वृषक लग्न में शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जाएँगे। कपाट बन्द होने के बाद भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पडावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए 25 नवम्बर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान होगी। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह डोली के ऊखीमठ आगमन पर 24 से 26 नवम्बर तक तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले का आयोजन किया जायेगा।

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