कांवड़ यात्रा स्थगित यूपी-उत्तराखंड पुलिस अलर्ट..
अब संपर्क मार्गों पर रहेगी पुलिसकर्मियों की पैनी नजर..
उत्तराखंड : उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बाद दोनों प्रदेशों की पुलिस अलर्ट हो गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान बाहरी राज्यों के लोग हरिद्वार न पहुंचें, इसे लेकर सहारनपुर और हरिद्वार जिले की पुलिस के बीच संपर्क मार्गों पर जवानों की तैनाती करने की सहमति बनी।
रविवार को सीओ मंगलौर पंकज गैरोला, सीओ रुड़की बहादुर सिंह चौहान और सीओ देवबंद रजनीश कुमार ने झबरेड़ा व देवबंद के एसओ के साथ बैठक की। इस दौरान तीनों सीओ ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर दोनों प्रदेशों ने रोक लगा दी है।
ऐसे में कांवड़ यात्रा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि, कोरोना काल चल रहा है। ऐसे में बाहरी राज्यों से आने वाले लोग यूपी होकर हरिद्वार न पहुंचें, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। खासकर यूपी और उत्तराखंड की सीमा से सटे संपर्क मार्गों पर निगरानी रखनी होगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि संपर्क मार्गों को चिह्नित कर जवानों की तैनाती की जाएगी। बॉर्डर पर सख्ती से चेकिंग की जाएगी।
बैठक में देवबंद थाना प्रभारी अशोक सोलंकी, नागल थाना प्रभारी निरीक्षक देव सिंह रावत, मंगलौर कोतवाली प्रभारी यशपाल सिंह बिष्ट, झबरेड़ा थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, चौकी इंचार्ज इकबालपुर मोहन कठैत, चौकी इंचार्ज लखनौता संजय नेगी, चौकी इंचार्ज नारसन लोकपाल परमार मौजूद रहे।
सरकार दूसरे राज्यों को देगी गंगाजल ले जाने की अनुमति
उत्तराखंड सरकार दूसरे राज्यों को गंगाजल ले जाने की अनुमति देगी। अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) ने बताया कि यदि पड़ोसी राज्यों की ओर से गंगाजल ले जाने की मांग की जाएगी, तो राज्य सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। टैंकरों से गंगाजल ले जाने की अनुमति दी जाएगी।
24 जुलाई से सील हो जाएंगे हरिद्वार के बॉर्डर
कांवड़ मेला प्रतिबंध को लेकर पुलिस ने एक बार फिर कमर कस ली है। आगामी 24 जुलाई से हरिद्वार के बॉर्डर कांवड़ियों के लिए सील कर दिए जाएंगे। प्रतिबंधित अवधि में यदि कोई कांवड़िया सड़क पर दिखाई देता है तो उसे विनम्रता से वापस जाने के लिए कहा जाए। बावजूद इसके न माने तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।