तपोवन टर्नल में ड्रिलिंग का काम शुरू, चिनूक से जोशीमठ पहुँचा रेस्क्यू सामान..
उत्तराखण्ड : तपोवन टर्नल के अंदर अब ड्रिलिंग कर दूसरी टर्नल तक पहुंचने का रास्ता बनाया जा रहा है यहां लगातार सेना और आईटीबीपी के साथ एनडीआरएफ की टीम पहली टर्नल से सेफ्टी टर्नल में ड्रिलिंग कर नए तरीके से रेस्क्यूको अंजाम देने की कवायद शुरू कर चुके है. तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह टर्नल के अंदर अब ड्रिलिंग की जा रही है ताकि जल्द से जल्द तपोवन टर्नल के अंदर फसे हुए 30 से 35 लोगों तक पहुंचा जा सकता है.
इधर भारतीय वायुसेना की चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा लगातार जोशीमठ और नीति घाटी में रेस्क्यू का जरूरी सामान तेजी से पहुंचा रहे है. पिछले ३ दिनों से लगातार जोशीमठ में चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा मदद ली जा रही है जहां बड़ी-बड़ी मशीनों द्वारा सामान पहुंचाई जा रही हैं वहीं 96 घंटे होने को है लेकिन अभी तक तपोवन टर्नल से रेस्क्यू का काम खत्म नहीं हो पाया है.
उत्तराखंड का सबसे बड़ा रेस्क्यू जिसमें आईटीबीपी भारतीय सेना, वायु सेना के अलावा एनडीआरएफ और SDRF हर कोई जी जान से जुड़ा हुआ है. वायु सेना द्वारा लगातार चीनूक हेलीकप्टर के द्वारा लगातार जोशीमठ सेना के हेलीपैड में रेस्क्यू संबंधित सामान पहुंचा रहे है वही यहां से आगे भारत-चीन सीमा पर भी चिनूक के द्वारा जरूरी सामान पहुंचाने का काम जारी किया है.