75 आर्द्रभूमियों की पहचान कर जीर्णोद्धार करने के सीएम धामी ने दिए निर्देश..
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैंप कार्यालय के निकट कैंट रोड पर पौधरोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
उत्तराखंड: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैंप कार्यालय के निकट कैंट रोड पर पौधरोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई। इस दौरान सीएम धामी ने कैंप कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से प्रकाशित पुस्तक ‘एनुअल वाटर क्वालिटी रिपोर्ट 2021’ का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सचिवालय और विधानसभा को प्लास्टिक मुक्त बनाया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेशभर में शहरों को स्वच्छ बनाने और प्लास्टिक मुक्ति का अभियान चलाया जाएगा। जिसकी शुरूआत देहरादून से की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में 75 आर्द्रभूमियों की पहचान कर उनका जीर्णोद्धार करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत को वोकल फॉर लोकल आधारित आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी के रूप में खड़ा किया जाएगा, ताकि हिमालय राज्यों के लिए यह एक मॉडल बन सके।उनका कहना हैं कि वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा, पर्यावरण पर्यटन की दिशा में भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना हैं कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सबको अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। जंगल हमें विरासत में मिला है। इनके संरक्षण के लिए हमें इनको लोगों की आजीविका से जोड़ना होगा। इकोलॉजी बेस एम्प्लॉयमेंट को जनरेट करना होगा। वन पचायतों को मजबूत करने के साथ ही उनको आजीविका से जोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विकास सतत चलने वाली प्रक्रिया है। विकास एवं पर्यावरण में संतुलन बनाए रखना जरूरी है।