अब मौके पर भी होगा यात्रियों का पंजीकरण, बनाए गए 18 पंजीकरण केंद्र..
चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में बिना रजिस्ट्रेशन के ही यात्रा के लिए आ चुके लोगों का मौके पर ही पंजीकरण किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में कुल 18 फिजिकल रजिस्ट्रेशन केंद्र बनाए गए हैं।
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में बिना रजिस्ट्रेशन के ही यात्रा के लिए आ चुके लोगों का मौके पर ही पंजीकरण किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में कुल 18 फिजिकल रजिस्ट्रेशन केंद्र बनाए गए हैं। ’ यह बात केंद्रीय पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने ऋषिकेश का दौरा करने के बाद सचिवालय में पत्रकारों से कही। फिलहाल ऋषिकेश, हरिद्वार में कोई बैकलॉग नहीं है।
सभी यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। पर्यटन सचिव का कहना हैं कि प्रतिदिन औसतन पांच से छह हजार ऐसे श्रद्धालुओं को पंजीकृत करते हुए यात्रा पर भेजा जा रहा है, जो बिना पंजीकरण के पहुंच गए थे। ऋषिकेश में आईएसबीटी और हरिद्वार में चमगादड़ टापू पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए गए हैं। राज्यभर में कुल 18 फिजिकल पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने उनका कहना हैं कि यात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण केंद्रों और मंदिरों में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है।
पर्यटन विभाग की ओर से पहली बार यात्रियों के लिए टोल फ्री कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा है जिसमें एक समय पर 6 लोगों को एक साथ यात्रा के संबंध में विविध जानकारियां दी जाती हैं और किसी प्रकार की समस्या की स्थिति में उसे संबंधित विभाग को समाधान के लिए भेज दिया जाता है। कॉल सेंटर में अब तक लगभग 12500 से अधिक कॉल रिसीव हो चुके हैं। उनका कहना हैं कि धामों में अव्यवस्थाएं न फैलें, इसके लिए यात्रियों को जरूरत के हिसाब से विभिन्न पड़ावों पर रोका भी जा रहा है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर का कहना हैं कि पहली बार यात्रा मार्ग पर निगरानी बनाए रखने के लिए सर्विलांस कैमरा लगाए गए हैं। इसके अलावा धामों में यात्रियों की संख्या का सटीक आकलन करने के लिए हेडकाउंट कैमरा स्थापित किए गए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रियों को यात्रा पंजीकरण, हेल्थ एडवाइजरी और मौसम की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि वह यात्रा के पूर्व इन जानकारियों के आधार पर अपनी योजना बना सकें।