चंपावत उपचुनाव में मतदान के लिए पारंपरिक परिधानों में वोट देने पहुंची महिलाएं..
शुरुआती दो घंटे में पडे़ 18 प्रतिशत वोट..
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए 15 फरवरी को हुए मतदान के 106 दिन बाद 31 मई यानि की आज चंपावत में दूसरी बार मतदान हो रहा है। कनल गांव बूथ में महिला वोटर पारंपरिक परिधान में वोट डालने पहुंची। उपचुनाव को लेकर महिलाओं में भरपूर उत्साह नजर आया। चंपावत उपचुनाव में पहले दो घंटे में (9 बजे तक) 18 प्रतिशत वोट पडे़ हैं।
उत्तराखंड: चंपावत में उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। मतदान के शुरुआती दो घंटे में 18 प्रतिशत वोट पड़े हैं। उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत चार प्रत्याशी मैदान में हैं। बता दे कि विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री धामी को खटीमा से हार का मुंह देखना पड़ा था, ऐसे में क्षेत्र के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी ने यह सीट उनके लिए खाली कर दी थी। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए 15 फरवरी को हुए मतदान के 106 दिन बाद 31 मई यानि की आज चंपावत में दूसरी बार मतदान हो रहा है। कनल गांव बूथ में महिला वोटर पारंपरिक परिधान में वोट डालने पहुंची। उपचुनाव को लेकर महिलाओं में भरपूर उत्साह नजर आया। चंपावत उपचुनाव में पहले दो घंटे में (9 बजे तक) 18 प्रतिशत वोट पडे़ हैं। विधानसभा के सबसे बड़े बूथ कुलेठी में नौ बजे तक 14.06 प्रतिशत मतदान हुआ।
लोग इस चुनाव को मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र बनने से विकास की आस संजोए हैं। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि आम लोग इस वीआईपी सीट के जरिये भविष्य को लेकर संजोए सपने को हाथ से नहीं जाने देना चाहते। उपचुनाव में इतिहास रचने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही भाजपा का प्रयास फरवरी में हुई वोटिंग (65.99 प्रतिशत) के लिए लोगों को बूथों तक लाने का है। इसके साथ ही कांग्रेस की सारी ताकत इस उपचुनाव में दमदार मुकाबला करने की है। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष, विपक्ष के नेता से लेकर पूर्व सीएम तक ने मोर्चा संभाला था। जोरदार संघर्ष कर इस नतीजे को दिलचस्प बनाने का कांग्रेस का इरादा पूरा हो पाएगा? तीन जून को वोटों की गिनती के साथ इसका उत्तर सामने आएगा।