उत्तराखंड

ओंकारेश्वर मंदिर से बाबा केदार की डोली आज धाम के लिए रवाना..

पौराणिक परम्पराओं के अनुसार की गई केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा-अर्चना..

रुद्रप्रयाग: भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से धाम रवाना होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर से धाम पहुंचाने वाले हक-हकूकधारियो, देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा तीर्थ पुरोहित की सूची को अंतिम रूप देने के साथ ही सभी की सैम्पलिंग व वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

 

ओंकारेश्वर मन्दिर में संपंन हुई भैरवनाथ पूजा में भी सीमित पूजारियों, वेदपाठियों तथा देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारियों को शामिल होने की अनुमति दी गयी और शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार मिनी लाॅकडाउन का किसी भी प्रकार से उल्लघंन न हो इसके लिए तहसील प्रशासन द्वारा भैरवनाथ पूजन व डोली के धाम रवाना के समय कुछ स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गयी है। बृहस्पतिवार देर सांय को पौराणिक परम्पराओं के अनुसार केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा-अर्चना विधि-विधान से संपंन की गयी, जबकि भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम रवाना होने से पूर्व तहसील प्रशासन, तीर्थ पुरोहित समाज, जनप्रतिनिधियों व हक-हकूकधारियो की बैठक शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में संपंन हुई।

जानकारी देते हुए उप जिलाधिकारी रविन्द्र वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ठीक आठ बजे शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर से धाम के लिए रथ से रवाना होगी और डोली के धाम रवाना होने से पूर्व सभी पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा तथा ऊखीमठ से गौरीकुण्ड तक परम्परा के अनुसार सभी जगहों पर पूजा-अर्चना भोग लगाया जायेगा तथा शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का उल्लंघन न हो, इसलिए कुछ स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गयी है जिस कारण ओंकारेश्वर मन्दिर में 50 मीटर व डोली के गुजरने वाले स्थानों पर 20 मीट क्षेत्र प्रतिबन्धित कर दिया गया है।

 

उन्होंने बताया कि देवस्थानम् बोर्ड के 14 अधिकारियों, कर्मचारियों, 14 हक-हकूकधारियों तथा आठ तीर्थ पुरोहित के अलावा कुछ सेवकों को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी गयी है तथा मिनी लाॅकडाउन का उल्लंघन न हो इसके लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रहे अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए भी केदारनाथ मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है तथा मक्कूमठ से तुंगनाथ धाम डोली के साथ चलने वाले 30 अधिकारियों, कर्मचारियों, तीर्थ पुरोहित को अनुमति दी गयी है।

 

देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि देर सांय संपंन हुई भैरवनाथ पूजन में रावल भीमाशंकर लिंग, चार प्रधान पुजारी, दो वेदपाठी तथा सिमित अधिकारी, कर्मचारी शामिल हो सके। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में देव स्थानम् बोर्ड के 12 अधिकारी, कर्मचारी तैनात हैं तथा कपाट खुलने की सभी तैयारियां चाक-चैबन्द कर दी गयी है।

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