आज है अहोई अष्टमी व्रत, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त..
देश-विदेश: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को संतान के सुखी और समृद्धि जीवन के लिए अहोई अष्टमी को व्रत रखा जाता है। यह व्रत करवा चौथ के 4 दिन बाद और दिवाली से 8 दिन पूर्व होता है। अहोई अष्टमी के दिन माताएं व्रत रखती हैं और अहोई माता की विधिपूर्वक पूजा करती हैं। अहोई माता की कृपा से संतान सुखी, आरोग्य और दीर्घायु होती है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 28 अक्टूबर दिन गुरुवार को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट से हुआ है। इसका समापन अगले दिन 29 अक्टूबर दिन शुक्रवार को दोपहर 02 बजकर 09 मिनट पर होगा। अहोई अष्टमी में शाम की पूजा और तारों को करवे से अर्ध्य देने का महत्व है। ऐसे में अहोई अष्टमी व्रत 28 अक्टूबर दिन गुरुवार को रखा जाएगा।
अहोई अष्टमी 2021 शुभ मुहूर्त..
1-कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अष्टमी आरंभ- 28 अक्टूबर 2021 दिन बुधवार को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट से
2-कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अष्टमी समाप्त-29 अक्टूबर 2021 दिन शुक्रवार को दोपहर 02 बजकर 09 मिनट से
3-अहोई अष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त- शाम 05 बजकर 39 मिनट से शाम 06 बजकर 56 मिनट तक है। पूजा का समय कुल मिलाकर 01 घंटा 17 मिनट रहेगा।
4-तारों को देखने का संभावित समय- शाम को 06 बजकर 03 मिनट पर
अहोई अष्टमी 2021 चन्द्रोदय..
इस वर्ष अहोई अष्टमी को रात 11 बजकर 29 मिनट पर चंद्रमा का उदय होगा।
अहोई अष्टमी व्रत विधि..
महिलाएं संतान के लिए अहोई अष्टमी का निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को अहोई माता की विधि विधान से पूजा करती हैं। तारों को करवे से अर्ध्य देने के बाद आरती करती हैं। फिर संतान के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत को पूरा करती हैं। अहोई अष्टमी व्रत को अहोई आठे भी कहा जाता है।