चोपड़ा में आयोजित सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा संपंन..
रुद्रप्रयाग: विकासखण्ड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत चोपड़ा में स्वर्गीय महीधर प्रसाद चैकियाल की पुण्य स्मृति में दिवंगत आत्मा के मोक्ष प्राप्ति के लिए उनके पुत्रों की ओर से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर कथा ब्यास पंडित शशांक शेखर डिमरी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का मूल यही है कि अपने माता-पिता की सेवा करने से ईश्वर प्रसन्न रहते हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए। अच्छे कर्म करने से मानव को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति अपने से बड़ों का आदर व सत्कार करता है, उसे भगवान हर खुशी देते हैं।
कथा ब्यास पंडित शशांक शेखर डिमरी ने कहा कि आज के युग में मनुष्य काफी व्यस्त हो चुका है। उसके पास अपनों के लिए भी समय नहीं है। भगवान की भक्ति के लिए भी समय नहीं रह गया है। बस अपनी ही दुनिया और कामकाज में मनुष्य लगा रहता है। कहा कि हर मनुष्य को अपने कामकाज से कुछ समय निकालकर भगवान की भक्ति करनी चाहिए और अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। जिससे जीवन खुशहाली से व्यतीत हो सके। कथा के प्रमुख आचार्य पंडित बृजमोहन त्रिपाठी ने कहा कि हिन्दू धर्म में सम्पूर्ण मानवजाति सहित सभी जीव मात्र के लिए सर्वे भवन्तु सुखिनः और बसुधैव कुटुम्बकम की भावना के तहत सम्पूर्ण पृथ्वी की सुख शांति की कामना के लिए इस कथा का आयोजन किया जाता है।
कथा के प्रमुख यजमान जगदीश प्रसाद चैकियाल और श्रीमती हीरा देवी ने अपने कुल के दिवंगत पित्रों स्वर्गीय महीधर प्रसाद चैकियाल, स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद चैकियाल, स्वर्गीय ओम प्रकाश चैकियाल की आत्मिक शांति के लिए इस सप्त दिवसीय कथा का आयोजन किया। जगदीश प्रसाद चैकियाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी श्रोताओं ने जिस अनुशासन का परिचय दिया है, वह अनुकर्णीय है। कथा समापन के अवसर पर ब्रह्म भोज का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पंडित प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी, ओम प्रकाश त्रिपाठी, महेश नैनवाल, नवीन गैरोला, महीधर प्रसाद, धर्मपत्नी श्रीमती बसंती देवी, श्रीमती अनिता देवी, राकेश चैकियाल, सरोजनी देवी, मनोहर प्रसाद चैकियाल, सीमा देवी, गोविन्द बल्लभ चैकियाल, गोपाल दत्त, गजाधर प्रसाद, गिरीश चन्द्र, गणेश कृष्ण चैकियाल, विजय प्रकाश, जय प्रकाश, भूतपूर्व तहसीलदार राधाकृष्ण चैकियाल, एडवोकेट गोविन्द प्रसाद मैखुरी, हेमंत चैकियाल सहित समस्त ग्रामीण उपस्थित थे।