उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में 24 दिन में 86 श्रद्धालुओं की मौत..

चारधाम यात्रा में 24 दिन में 86 श्रद्धालुओं की मौत..

चारधाम यात्रा में लगातार दूसरे दिन सात तीर्थयात्रियों की मौत..

चारधाम में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की ओपीडी की गयी..

 

 

 

 

 

 

केदारनाथ यात्रा में चार यात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है, वहीं उत्तरकाशी में भी तीन तीर्थयात्रियों की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट का कहना हैं कि अब तक 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की ओपीडी की गई। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए केदारनाथ धाम में 24 फिजिशियन, 133 चिकित्सक, 12 आर्थोपैडिक सर्जन व 65 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टॉफ 15-15 दिनों के रोटेशन के अनुसार ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं।

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी है। चारधाम यात्रा शुरू होने के महज 24 दिनों के भीतर 86 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। गुरूवार को लगातार दूसरे दिन सात तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। बता दे कि चारधाम यात्रा के लिए अब तक 20 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं जबकि 10 लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं। मौसम की चुनौतियों और विकट भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी तीर्थयात्री स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों की अनदेखी कर चारों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।

गुरूवार को केदारनाथ यात्रा में चार यात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है, वहीं उत्तरकाशी में भी तीन तीर्थयात्रियों की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट का कहना हैं कि अब तक 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की ओपीडी की गई। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए केदारनाथ धाम में 24 फिजिशियन, 133 चिकित्सक, 12 आर्थोपैडिक सर्जन व 65 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टॉफ 15-15 दिनों के रोटेशन के अनुसार ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। केदारनाथ की विषम परिस्थितियों को देखते हुए चार अतिरिक्त चिकित्सक भी केदारनाथ अस्पताल में तैनात किए गए हैं। चारधाम यात्रा को सुरक्षित संचालित कराने के लिए यात्रा मार्गों पर 117 एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं।

आपको बता दे कि सोनप्रयाग में 50 वर्ष से अधिक उम्र के 2210 यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसमें 201 यात्री अनफिट पाए गए। लेकिन सिर्फ एक यात्री ही वापस लौटा। बाकी 200 यात्री अपने जोखिम पर केदारनाथ के लिए रवाना हुए। सीएमओ डॉक्टर बीके शुक्ला का कहना हैं कि यात्री अपने जोखिम पर आगे जा रहे हैं, यह सबसे बड़ी चिंता है। अब अनफिट यात्रियों को लेकर ठोस नीति बनाई जाएगी।

 

 

 

 

 

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