उपहार ने की गरीब बालिका की शादी में मदद..
रुद्रप्रयाग। सामाजिक क्षेत्रों में लगातार कार्य कर रही उपहार समिति ने 38 वीं जरूरतमंद बेटी की शादी में मदद की है। ग्राम पंचायत देवर निवासी सिंपी की शादी में श्रृंगार और वस्त्र आदि का सामान देकर समिति के सदस्य उसके घर पहुंचे।
दरअसल, सिंपी के पिता की मौत 8 वर्ष पूर्व हो चुकी थी। ऐसे में सात बेटियों की शादी मां ने बामुश्किल संपंन करवाई। उपहार समिति के पदाधिकारियों ने गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और सिंपी की शादी में श्रृंगार और वस्त्र देने पर निर्णय लिया। समिति के कोषाध्यक्ष मोहन बिष्ट ने बताया कि गत पांच वर्षों में समिति 38 बेटियों जरूरतमंद बेटियों की शादियों में मदद पहुंचा चुकी है। साथ ही पांच निर्धन और निराश्रित लोगों के आवासीय भवन भी बना चुकी है। उन्होंने कहा कि समिति से जुड़ा प्रति सदस्य प्रतिमाह पांच सौ रूपए जमा करता है। एकत्रित धन सामाजिक कार्यों में खर्च किया जाता है।
गंभीरता से प्रशिक्षण लेकर लोगों को करें प्रेरित: ढौंडियाल..
राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
रुद्रप्रयाग। आपदा प्रबंधन विभाग व रेडक्राॅस सोसायटी की ओर से राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सदस्यों ने रेडक्राॅस समिति के मूल सिद्धांतों सहित जनपद स्तर पर समिति द्वारा की जा रही गतिविधियों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए रेडक्राॅस के सभी सदस्यों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने प्रशिक्षण लेने वाले उपस्थित युवक एवं युवतियों से गंभीरता पूर्वक प्रशिक्षण लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक सेवा, एकता और सार्वभौमिकता रेडक्राॅस के सात मूलभूत सिद्धांत हैं। इसी आधार पर प्रशिक्षण लेते हुए अन्य लोगों को भी प्रेरित किया जाए। इससे पूर्व रेडक्राॅस समिति के सदस्यों ने उनका बैच अलंकृत कर स्वागत किया।
रेडक्राॅस समिति के चेयरमैन दीपराज बंगारी ने प्रशिक्षण को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। साथ ही कोविड-19 के दौरान की गई गतिविधियों सहित जनपद में आपदा के दौरान व शीतलहर, स्वच्छता कार्यक्रम, ब्लड डोनेट शिविर आदि संबंधी जानकारियों को साझा किया। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि इससे पूर्व वर्ष 2019 में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इसके अलावा कोविड-19 के दौरान जनपद में पहुंचे प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का कार्य, क्वारंटीन सेंटरों में व घर-घर जाकर राशन किटों, मास्क व सैनिटाइजर का वितरण करने सहित दूसरी लहर के समय स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण व माॅनीटरिंग आदि गतिविधियों को संपादित किया गया। मास्टर ट्रेनर राजेंद्र रावत ने बताया कि जनपद रुद्रप्रयाग जोन-5 में है।
उन्होंने कहा कि आपदा के दृष्टिगत जनपद संवदेनशील है। इस तरह के प्रशिक्षण से प्राथमिक स्तर पर काफी लाभ होता है। वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार व राजकीय महाविद्यालय की डाॅ. दुर्गेश नौटियाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को संबोधित करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ विमल गुसांई ने आपदा प्रबंधन विभाग व रेडक्राॅस समिति के सभी सदस्यों की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन रेडक्राॅस समिति के राज्य प्रतिनिधि मुंशी चैमियाल व देवेंद्र खत्री ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर डाॅ दुर्गेश नौटियाल, दीपराज बंगारी, नंदन सिंह रजवार, जसपाल भारती, मुंशी चैमियाल, राजेंद्र रावत आदि सहित अन्य कार्मिक व प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।