1971 के युद्ध में शहीद हुये सैनिकों को दी श्रद्धांजलि..
जनपद से युद्ध में तीन सैनिकों ने दी थी अपनी कुर्बानी..
रुद्रप्रयाग। 1971 के युद्ध में भारत की शानदार विजय की स्वर्ण जयंती पर जिले में अमर शहीद सैनिकों के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि दी गई। जिला विकास भवन सभागार में आयोजित विजय दिवस की स्वर्ण जयंती समारोह में विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, जिलाधिकारी मनुज गोयल, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल आदि नागरिकों एवं पूर्व सैनिकों ने अमर शहीदों को श्रद्वांजलि देते हुए उनके बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को शॉल देकर सम्मानित किया गया। साथ ही इस युद्ध में घायल हुए ग्राम डांगी-गुनाऊं के पूर्व सैनिक दयाल सिह का भी शॉल ओढकर सम्मान किया गया।
स्वर्ण जयंती के अवसर पर विधायक भरत सिंह चौधरी ने सभी जनपद वासियो को विजय दिवस की बधाई देते हुए कहा कि जब भी सेना की बात होती है तो हम सभी अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होने कहा कि शहीदों के सम्मान में पांचवें धाम सैन्य धाम का निर्माण देहरादून में किया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे सैन्य भर्ती प्रशिक्षणों की सराहना की। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने सभी जनपद वासियों को विजय दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए समर्पित सेना के जवानों व शहीदों पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है।
कहा कि आज का दिन हमें शहीदों के अदम्य साहस एवं बलिदान को स्मरण कराते हुए देश सेवा के लिए प्रेरित करता है। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि शहीद हुए सैनिकों ने देश के लिए वीर गाथा लिखी है। वे खुद भी सैनिक रहे हैं इसलिए आज का दिन उनके लिए भी विशेष महत्व रखता है। सहायक सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास अधिकारी अनसूया सिंह बिष्ट ने कहा कि आज हम स्वर्णिम विजय दिवस मना रहे हैं।
1971 में इसी दिन भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सैनिकों ने अदम्य शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मन देश के 93 हजार से अधिक सैनिकों को आत्म समर्पण करने को मजबूर कर दिया था। इस युद्ध में जनपद रुद्रप्रयाग से 3 सैनिक कुन्दन सिंह, दरमान सिंह व गजपाल सिंह शहीद हुए थे। इस अवसर पर शहीद सैनिकों के परिजन श्रीमती कान्ता राणा, डॉ प्रदीप राणा, सोवन सिंह, दयाल सिंह सहित अन्य मौजूद थे।