महिला मंगल दलों को स्वरोजगार से जोड़ेगी उत्तराखंड सरकार..
उत्तराखंड: प्रदेश सरकार ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय युवक और महिला मंगल दलों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सरकार इन सात हजार से अधिक दलों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करेगी। यह निर्णय युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय विभागीय बैठक में लिया गया। बैठक में युवा कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं पर चर्चा की गई। मंत्री रेखा आर्या का कहना हैं कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि गांव-गांव तक स्वरोजगार की संभावनाओं को मजबूत किया जाए। युवक और महिला मंगल दलों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और संसाधनों की उपलब्धता के माध्यम से सक्षम बनाया जाएगा। सरकार की इस पहल से ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलेंगे और प्रवास पर निर्भरता भी घटेगी। विभाग इन दलों को कृषि, पशुपालन, बागवानी, कुटीर उद्योग, पर्यटन और डिजिटल सेवाओं जैसे क्षेत्रों में स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रहा है।
युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि अब इन मंगल दलों की भूमिका का सिर्फ सामाजिक गतिविधियों तक सीमित नहीं, बल्कि उन्हें रोजगार से भी जोड़ा जाएगा। मंत्री आर्या ने कहा कि मंगल दलों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा और इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे। जिन प्रस्तावों को स्वीकृति मिलेगी, उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एक सप्ताह के भीतर विस्तृत कार्ययोजना और प्रस्ताव तैयार करें, ताकि योजनाओं को जल्दी धरातल पर उतारा जा सके। बैठक में आगामी खेल महाकुंभ की तैयारियों की भी समीक्षा की गई। मंत्री आर्या ने अधिकारियों से कहा कि खेल आयोजन से जुड़े सभी कार्य जल्द से जल्द पूरे किए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने तैयारियों की प्रगति रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि अगली समीक्षा बैठक में कार्यों की स्थिति स्पष्ट रूप से प्रस्तुत की जा सके। सरकार की इस पहल से न केवल ग्रामीण युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, बल्कि राज्य में खेल और युवा गतिविधियों को भी नई ऊर्जा मिलेगी।
चारधाम यात्रा में तैनात पीआरडी जवानों को मिलेंगी अतिरिक्त सुविधाएं..
बैठक में चारधाम यात्रा में तैनात 2800 से अधिक पीआरडी जवानों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मंत्री आर्या ने कहा कि समुद्र तल से अधिक ऊंचाई पर ड्यूटी कर रहे जवानों को अब जूते, जैकेट, रेनकोट और वॉटर प्रूफ टेंट जैसी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके लिए सभी जिलों के युवा कल्याण अधिकारियों से सुझाव भी मांगे गए हैं, ताकि स्थानीय जरूरतों के अनुसार व्यवस्थाएं की जा सकें। मंत्री आर्या ने कहा कि राज्य के युवा और महिला मंगल दलों को अब स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इन दलों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे, और स्वीकृत योजनाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, खेल निदेशक प्रशांत आर्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
