उत्तराखंड

ग्रामीणों ने स्वयं के संसाधनों से किया शाकुम्भरी मंदिर का निर्माण..

ग्रामीणों ने स्वयं के संसाधनों से किया शाकुम्भरी मंदिर का निर्माण..

मंदिर में चल रहा मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन..

दस अप्रैल को पूणाहुति व भंडारे के साथ होगा समापन..

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। तल्लानागपुर क्षेत्र के खतेणा गांव में मां शाकुम्भरी मंदिर की स्थापना व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रतिदिन भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मंदिर में बड़ी संख्या में पहुंचकर भक्त पुण्य अर्जित कर रहे हैं। नौ दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में दस अप्रैल को पूर्णाहुति व भंडारे के साथ समापन होगा।
बता दें कि दो अप्रैल से सतेराखाल के खतेणा गांव में मंदिर में सकलीकरण एवं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का नौ दिवसीय कार्यक्रम वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हो गया था। ग्राम खतेणा, सान्दर, बेला, बेलणी की अधिष्ठात्री देवी मां शाकुम्भरी का इस क्षेत्र में एकमात्र मन्दिर है। जिसका निर्माण पिछले डेढ़ वर्षों से चल रहा था। ग्रामीणों ने स्वयं के संसाधनों से मंदिर का निर्माण कराया। मंदिर का निर्माण पूर्ण होने के बाद इन दिनों मंदिर में नौ दिन धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। प्रथम दिवस भद्रमंडल निर्माण गणपति स्थापना व दूसरे दिन मूर्ति का जलादिवास के बाद सोमवार को तीसरे दिन अन्नादिवास का कार्यक्रम किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के लिए नियुक्त ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रों एवं विशेष पूजा अर्चना की। जिसके बाद भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। मंगलवार चौथे दिन गंधादिवास, पांचवे दिन पुष्पादिवास, छठवें दिन शय्यादिवास, सातवें दिन क्षेत्रपाल स्थापना, आठवें दिन जल कलश यात्रा एवं नवें दिवस यानी दस अप्रैल को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ समापन किया जाएगा। कार्यक्रम के बीच-बीच में क्षेत्र की महिलाओं द्वारा कीर्तन भजनों की प्रस्तुतियां भी माहौल को भक्तिमय बना रही है। प्रतिदिन मंदिर में मंदिर में आए भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। इस अवसर पर बृजमोहन बिष्ट, जयकृत बिष्ट, राय सिंह बिष्ट, गम्भीर सिंह बिष्ट, मनोज बिष्ट, सिदार्थ बिष्ट, मस्तान बिष्ट समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।

 

 

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