ग्रामीणों ने की प्रभावित क्षेत्र का जियोलॉजिकल सर्वे करने की मांग..
उक्रांद ने की प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग..
रुद्रप्रयाग: भारी बारिश से हुये भूस्खलन के कारण रुद्रप्रयाग जिले के बच्छणस्यूं पट्टी का स्यूणी गांव खतरे की जद में आ गया है। यहां कई घरों में दरारें पड़ गई हैं। इसके साथ ही गौशालाओं को भी क्षति पहुँची है। उत्तराखण्ड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने बच्छणस्यूं क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांव स्यूणी का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के कारण गांव खतरे की जद में आ गया है। गांव के ठीक ऊपर से भूस्खलन हो रहा है। बारिश होने पर ग्रामीण भयाक्रांत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के घरों पर दरारें पड़ गई हैं।
गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उन्होंने सरकार से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही कहा कि भूस्खलन प्रभावित हिस्से में सुरक्षात्मक उपाय किये जाएं। उन्होंने ग्राम पंचायतों के लिए आपदा मद में अलग से धनराशि देने की भी मांग उठाई। साथ ही उन्होंने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का जियोलॉजिकल सर्वे की भी मांग की।
प्रधान राकेश कुमार, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्रम रावत, राजेन्द्र सिंह, प्रदीप रावत, सते सिंह, धर्म सिंह का कहना है कि गांव के ऊपर भूस्खलन के कारण हर समय भय बना हुआ है। बारिश होने पर हम लोग अपने घर छोड़ देते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाय और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का ट्रीटमेंट किया जाय।