रुद्रप्रयाग में गैडा वध के बाद पांडवों ने किया गंगा स्नान..
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित पुनाड़ पांडव चौक में पांडवों ने शुक्रवार को गंगा स्नान किया। साथ ही नकुल द्वारा तर्पण देने की परम्परा का निर्वहन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने इस आयोजन में भागीदारी की। अलकनंदा में स्नान के बाद पांडवों के पश्वा बाजार में भक्तों को आशीर्वाद देते हुए पांडव चैक पहुंचे।
गुरुवार रात्रि अर्जुन द्वारा गैडा वध के बाद पांडव गंगा स्नान के लिए शुक्रवार को अलकनंदा नदी किनारे पहुंचे। इस मौके पर परम्परानुसार गंगा स्नान, तर्पण और पांडवों के अस्त्र शस्त्र का पूजन किया गया। यहां भगवान कृष्ण के पश्वा की पूजा आरती की गई जिसके बाद श्रीकृष्ण ने सभी पांडवों और पश्वाओं के साथ ही भक्तों को आशीर्वाद दिया। यहां पूजा के दौरान पश्वा अवतरित हुए। वहीं अनेक स्थानों पर भक्तों ने पांडवों के दर्शन किए। इधर, बीती रात्रि गैडा वध का आयोजन किया गया जिसमें रात 10 बजे से सुबह साढ़े चार बजे तक इस भव्य आयोजन को किया गया।
रात्रि में चार पहर की पूजा और देवताओं के अवतरित होने का दृश्य माहौल को भक्तिमय बना गया जबकि गैडा वध के बाद नगार्जुन द्वारा अर्जुन को मूर्छित करने के दौरान सभी भावुक हो गए साथ ही अर्जुन काफी देर तक मूर्छित रहे और चारों ओर से अनेक देवी देवता अवतरित हुए। इस मौके पर पांडव लीला एवं शिव समिति के अध्यक्ष प्रकाश भारती ने बताया कि 19 दिसम्बर को पांडव लीला का मोर डाली कौथीग के साथ समापन किया जाएगा