पत्रकारिता में आ रहे बदलाव पर चर्चा…
प्रेस दिवस पर विभिन्न विषर्यों पर गोष्ठी का आयोजन…
रुद्रप्रयाग। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर डिजिटल युग में पत्रकारिता, आचारनीति एवं चुनौतियों विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने विज्ञान एवं तकनीकी के साथ पत्रकारिता में आ रहे तेजी से बदलाव व नैतिक चुनौतियों पर भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने कहा कि विचार गोष्ठी का विषय वर्तमान युग में प्रासंगिक है। इस पर विचार करने की आवश्यकता है। वर्तमान युग में डिजीटलइजेशन ने पत्रकारिता के साथ ही जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित किया है। डिजीटाइजेशन ने जीवन के कार्यो को सरल व जटिल दोनों ही किया है। पत्रकारिता जनता को सूचना, शिक्षा और मनोरजंन से अवगत कराने का माध्यम है।
इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी एवं एसडीएम देवानन्द नें कहा कि चार जुलाई 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गयी, जिसने 16 नवम्बर से अपना विधिवत कार्य शुरू किया। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। गोष्ठी में पत्रकारों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि डिजीटल युग में पत्रकारिता में शीघ्र प्रेषण तो है पर तथ्य की जानकारी होना आवश्यक है। कहा कि भले ही खबरों का डिजिटिलाइजेशन हो गया है, लेकिन समाचार के श्रोत को न भूूले और आत्मनियंत्रित शब्दो का प्रयोग खबरो में हो।
इस मौके पर एसपी प्रह्लाद मीना, एडीएम गुणवंत, एसडीएम देवानंद, अतिरिक्त सूचना अधिकारी ज्योति सुंदरियाल, रमेश पहाड़ी, कैलाश खंडूरी, लक्ष्मी प्रसाद डिमरी, अनसूया प्रसाद मलासी, ब्रजेश भट्ट, बदरी नौटियाल, विनय बहुगुणा, हरीश गुसाई, लक्ष्मण नेगी, रंजना गैरोला, नरेश भट्ट, हरेंद्र नेगी, शैलेंद्र रावत, हिमांशु सेमवाल, कुलदीप राणा, पंकज नेगी, संदीप भट्टकोटी, रविंद्र कप्रवान, मोहित डिमरी आदि मौजूद थे।