जिला चिकित्सालय में नहीं है जनरेटर की कोई व्यवस्था..
बुधवार रात भालू के हमने में घायल महिला पहुंची थी जिला चिकित्सालय..
लचर स्वास्थ्य सेवाओं पर कांग्रेस ने जताया आक्रोश..
रुद्रप्रयाग: विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत बच्छणस्यूं क्षेत्र के बणगांव निवासी एक महिला पर भालू ने जानलेवा हमला कर दिया। महिला के शोर मचाने पर आप-पास के ग्रामीण एकत्रित हुये और फिर भालू ने महिला को छोड़ा। ग्रामीण और परिजन महिला को उपचार के लिये जिला चिकित्सालय आये, लेकिन जिला चिकित्सालय विद्युत न होने के कारण उपचार करने में काफी दिक्कतें आयी। स्थिति यह थी कि चिकित्सालय में जनरेटर की भी सुविधा उपलब्ध नहीं थी। मौके पर पहुंचे जिला कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सिंह बिष्ट ने चिकित्सालय की लचर व्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि एमरजेंसी में जब जनरेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है तो, अन्य सुविधाएं क्या होंगी। चिकित्सालय सिर्फ रेफरसेंटर बनकर रह गया है।
दरअसल, बच्छणस्यूं पटटी की बणगांव निवासी सोली (40) पत्नी जय सिंह गांव से कुछ दूर अपनी गौशाला के निकट घास काट रही थी। इस दौरान घात लगाये भालू ने महिला पर हमला करते हुये कई वार कर दिये। घायल महिला को जिला चिकित्सालय लाया गया। इस दौरान अचानक लाइट चली गई। कुछ देर तक लाइट नहीं आई और महिला का प्राथमिक उपचार अंधेरे में ही किया जाना लगा। जब विद्युत चली गई थी तो चिकित्सालय में जनरेटर नहीं चलाया गया। मौके पर पहुंचे कांग्रेस जिला प्रवक्ता एवं क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र बिष्ट ने चिकित्सालय की लचर व्यवस्थाओं पर आक्रोश व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है। यहां मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। विद्युत चले जाने पर जनरेटर और इनवर्टर की कोई व्यवस्था नहीं है। अंधेरे में ही मोबाइल की टार्च के सहारे मरीजों का उपचार किया जा रहा है, जो कि सरासर गलत है। मरीजों और तीमारदारों के हित को देखते हुये चिकित्सालय की व्यवस्थाएं सुधारी जानी चाहिये। समय-समय पर चिकित्सालय बुरे कार्यों के लिये चर्चाओं में बना रहता है। आये दिन चिकित्सकों द्वारा मरीजों से पैसे लिये जाने का मामला भी सामने आता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिलाधिकारी के अलावा स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता की गई है।