उत्तराखंड

चारधाम यात्रा- एनडीआरएफ और आईटीबीपी की तैनाती के निर्देश, अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर जानी स्थिति..

चारधाम यात्रा- एनडीआरएफ और आईटीबीपी की तैनाती के निर्देश, अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर जानी स्थिति..

 

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा मार्गों पर मौसम और भू-स्खलन जैसी संभावित आपदाओं के बीच केंद्र सरकार ने राज्य को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर केदारनाथ धाम समेत राज्य के वर्तमान हालात की जानकारी ली। गृह मंत्री ने बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र सरकार की आपातकालीन राहत एजेंसियाँ एनडीआरएफ (NDRF) और आईटीबीपी (ITBP) को यात्रा मार्गों पर तत्परता से तैनात किया जा रहा है, ताकि चारधाम यात्रा निर्बाध रूप से चलती रहे और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। राज्य सरकार पहले ही आपदा प्रबंधन को लेकर अलर्ट पर है और संवेदनशील मार्गों की लगातार निगरानी की जा रही है। एनडीआरएफ और आईटीबीपी की तैनाती से यात्रा मार्गों पर राहत, बचाव और आपातकालीन व्यवस्थाओं को लेकर केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे राज्य के हालात की जानकारी ली और हर संभव मदद का भरोसा दिया। गृह मंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ और आईटीबीपी जैसी एजेंसियों को तत्काल प्रभाव से संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत पहुंचाई जा सके। उन्होंने राज्य के अन्य संवेदनशील जिलों में भी सतत निगरानी और सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री के इस सहयोग पर आभार जताया और कहा कि केंद्र सरकार की सक्रियता से यात्रा व्यवस्थाएं और अधिक मजबूत होंगी। इस बीच शनिवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर छौड़ी गदेरे में अचानक पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिरने के कारण यात्रा करीब तीन घंटे तक बाधित रही। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यात्रियों को गौरीकुंड में ही रोक दिया, जबकि केदारनाथ से लौट रहे यात्रियों को भीमबली और जंगलचट्टी में रोका गया। स्थिति सामान्य होने के बाद पूर्वाह्न 11 बजे से यात्रा दोबारा शुरू की गई। प्रशासन ने कहा कि भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर यात्रा मार्गों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और आपदा राहत टीमें हर समय सतर्क हैं।

चमोली जिले में बद्रीनाथ हाईवे पर उमट्टा भूस्खलन क्षेत्र में शुक्रवार सुबह भारी मलबा आने के कारण करीब दो घंटे तक यातायात बंद रहा। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। राहत एवं बचाव कार्य के बाद मार्ग को आंशिक रूप से खोल दिया गया। इसी तरह उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पिछले छह दिनों से बंद पड़ा है, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी के पास पपड़गाड क्षेत्र में करीब 25 मीटर सड़क एक बार फिर धंस गई, जिससे शुक्रवार को आवाजाही लगभग आठ घंटे तक ठप रही। प्रशासन द्वारा वैकल्पिक मार्ग बनाने और क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का प्रयास जारी है। इस बीच मौसम विभाग ने शनिवार को बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल और चमोली जिलों में तेज बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा और बादल फटने जैसी घटनाओं की संभावना बनी हुई है। शासन ने सभी जिलों को सतर्क रहने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।

 

 

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