सड़क कटिंग के दौरान मिली ‘रहस्यमयी’ गुफा, अंदर का नजारा देख हैरान हुए ग्रामीण..
उत्तराखंड: पिथौरागढ़ के कनालीछीना विकासखंड के बारमौ गांव में चार मीटर लंबी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की गुफा मिली है। इस गुफा के भीतर शिवलिंग, पंचनाग आदि धार्मिक आकृतियों वालीं कलाकृतियां बनी हुई हैं। बाबा कटारमल के मंदिर की तलहटी में गुफा के मिलने के कारण लोग इसे आस्था से जोड़ रहे हैं। जिससे मना जा रहा हैं। कि भविष्य में इस क्षेत्र के पर्यटन के रूप में विकसित होने की उम्मीद बढ़ गई है।
पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित बारमौ गांव में सड़क कटिंग का काम चल रहा है। इसी दौरान पहाड़ी में यह गुफा नजर आई। यह गुफा चार मीटर तक चौड़ी है। इस गुफा के अंदर अधिक संकरी होने से आगे जाना संभव नहीं है। गुफा के अंदर विभिन्न आकृतियां बनी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दशकों की मांग के बाद गांव को सड़क की सौगात मिली हैं, और इसके साथ में ही प्रकृति ने प्राकृतिक गुफा के रूप में एक और उपहार दे दिया। गुफा के अंदर शिवलिंग, पंचनाग की आकृतियां मिलना शुभ माना जा रहा है।
गुफा के अंदर मिलीं कलाकृतियां जिले की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की पाताल भुवनेश्वर गुफा से मिलती जुलती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस गुफा का सौंदर्यीकरण करने से क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने की काफी उम्मीद है। बारमौ गांव में मिली गुफा की जानकारी ग्रामीणों ने अभी तक प्रशासन को भी नहीं दी है। ग्राम प्रधान विश्राम राम का कहना है कि इसकी सूचना शीघ्र प्रशासन और पर्यटन विभाग को दी जाएगी। गुफा मिलने की सूचना पाकर दूसरे गांवों से भी लोग गुफा देखने आ रहे हैं।
आपको बता दें कि कनालीछीना विकासखंड के खनपर गांव में भी कुछ दिन पहले मंदिर के सौंदर्यीकरण और चौड़ीकरण के दौरान की जा रही खुदाई में एक गुफा मिली थी। यह गुफा 15 मीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ी थी। इस गुफा के भीतर भी शिवलिंग की आकृति का सफेद पत्थर, जलधारा समेत अनेक कलाकृतियां थीं।