जिले के मयकोटी गांव के युवा प्रधान की पहल..
प्रधान प्रदाली की पहल का क्षेत्र की जनता ने किया स्वागत..
रुद्रप्रयाग: आज के दौर में ऐसे कम ही जनप्रतिनिधि होते हैं, जो गांव के विकास में सरकारी धन का सदुपयोग करने के साथ ही तनख्वाह के अलावा अपनी पूंजी भी ग्रामीणों के विकास में लगा रहे हैं। ऐसे ही एक युवा प्रधान अगस्त्यमुनि विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मयकोटी के हैं, जो निस्वार्थ भाव से अपनी तनख्वाह का पूरा हिस्सा बच्चों की पढ़ाई पर खर्च कर रहे हैं। वे गरीब बच्चों को शिक्षण सामग्री बाट रहे हैं, जिससे छात्रों का भविष्य उज्जवल हो सके और वे आगे चलकर क्षेत्र का नाम रोशन कर सकें।
बता दें कि ग्राम पंचायत मयकोटी के युवा प्रधान अमित प्रदाल की उम्र अभी मात्र 24 वर्ष है और वे इससे पहले गढ़वाल विवि श्रीनगर के छात्र संघ अध्यक्ष भी रह चुके हैं। काॅलेज की राजनीति में जहां उन्होंने छात्रों की समस्याओं को लेकर संघर्ष किया, वहीं अब वे गांव के विकास में जुट गए हैं। उनकी माने तो ग्राम प्रधान होने के नाते, उनका दायित्व है कि वह अपने गांव का चहुंमुखी विकास कर सकें। साथ ही ग्रामीण जनता की समस्याओं का भी समाधान करना पहली प्राथमिकता में है। कोरोना काल के समय प्रधान प्रदाली ने ग्रामीणों को जागरूक करने का कार्य किया।
उन्हें सैनिटाइजर, मास्क वितरित किए और गांव को स्वच्छ रखने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने वैक्शीन लगाने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया, जबकि कोविड जांच के शिविर भी लगाए। उन्होंने कोरोना महामारी में जिला प्रशासन का पूरा साथ दिया और स्वास्थ्य विभाग से संपर्क बनाते हुए ग्रामीणों का समय-समय पर स्वास्थ्य चैकअप भी करवाया। ऐसे में उन्होंने ग्रामीण जनता को सुरक्षित रखा। समर्पित भावना से प्रधान प्रदाली ग्रामीणों की सेवा में जुटे रहे। कोरोना महामारी के कारण बाहरी शहरों से लौटे युवाओं के लिए भी प्रधान प्रदाली ने काम किया।
इन दिनों युवा प्रधान अमित प्रदाली गरीब छात्रों की सेवा में जुटे हुए हैं। वे क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में अध्ययन छात्रों को शिक्षण सामग्री किट बांट रहे हैं। ग्राम प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली ने क्षेत्र के सभी प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययन किट बांटने का अभियान शुरू किया है। शिक्षण किट हिंदी, अंग्रेजी, गणित सहित अन्य सामग्री रखी गई है। अब तक प्रधान प्रदाली राजकीय प्राथमिक विद्यालय बर्सिल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय थलासु, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बोरा सहित एक दर्जन स्कूलों में शिक्षण किट बांट चुके हैं।
उन्होंने कहा कि गरीब छात्रों के पास पठन-पाठन की सामग्री न होने से उन्हें शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है। कोशिश यही है कि गांव का कोई भी गरीब बच्चा शिक्षा से विहिन न रहे। कहा कि क्षेत्र के जिन स्कूलों में छात्रों के पास शिक्षण सामग्री के साथ स्कूल ड्रेस नहीं है, वहां जाकर छात्रों को सभी चीजें उपलब्ध कराई जायेंगी। इस मौके पर प्रधान प्रदाली के साथ ग्रामीण वैभव शर्मा भी मौजूद थे।