राॅक स्टार विजय चमोला के गीतों ने युवाओं को थिरकने पर किया मजबूर..
केदारघाटी के कलाकारों के नाम रही मंदाकिनी शरदोत्सव की पहली शाम..
रुद्रप्रयाग। मंदाकिनी शरदोत्सव की पहली शाम घाटी के लोक गायकों के नाम रही। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत लोक गायिका गीता कुमोला के लोक जागर से हुई। जिसके पश्चात घाटी के सुप्रसिद्ध लोक गायक सुमान सिंह रौथाण ने ल्वीछाड़ा लगीन त्वीन मांसू काटी गीत से कार्तिक स्वामी की गाथा सुनाई। वहीं पोखरी की सुप्रसिद्ध जागर गायिका पम्मी नवल पवित्रा टम्टा ने अपने सुप्रसिद्ध जागर हुरेण्या का दिन धुरेण्या वेगी से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। पिंक प्लाजो फेम सूर्य ग्रहण श्रीवाण ने मां मठियाणा देवी के आह्वान गीत से शुरूआत करते हुए अपने लोकप्रिय गीत पिंक प्लाजो से समा बांध दिया। जिसके बाद रुद्रप्रयाग से आए गीतकार अजय नौटियाल ने पाकी गेन गांव की सारी गीत की शानदार प्रस्तुति दी।
वहीं युवा दिलों की धड़कन और राॅक स्टार विजय चमोला ने दैणा होया मुनि महाराज गीत गाकर युवाओं में जोश भर दिया। उनके गीत को सुनकर युवा बड़ी देर तक थिरकते रहे। कई लोकप्रिय गीत दे चुके रुद्रप्रयाग से आए सुप्रसिद्ध लोक गायक विक्रम कप्रवाण ने कांधी मां बंन्दूकी छन, जिन्दगी च हाथ मां और कैलाशों में रेंदा शम्भू भोलेनाथ से समा बांध दिया। कार्यक्रम में पूर्व प्रधान नाकोट बलवीर लाल ने किशोर कुमार की सुप्रसिद्ध गजल खिलते है दिल यहां मिलके बिछुड़ने को और मोहित कुमार ने गजल की शानदार प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक रमेश प्रसाद चमोला, मेला संयोजक विक्रम नेगी, महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल रहे। मंच संचालन गंगाराम सकलानी, बलबीर लाल, अनिल कोठियाल ने संयुक्त रूप से किया।