जिला प्रशासन ने किया क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन
रुद्रप्रयाग !
केदारनाथ यात्रा के दौरान यात्रा पड़ावों पर स्थानीय उत्पादों से निर्मित खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के मकसद से जिला प्रशासन ने क्रेता विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया। क्रीड़ा मैदान अगस्त्यमुनि में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की प्रेरणा से कृषि विभाग आत्मा परियोजना, उद्यान, पर्यटन तथा एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जनपद के होटल व्यवसायियों के साथ ही गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबन्धकों एवं विभिन्न स्वयं सहायता समूहों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में जहां स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, वहीं होटल व्यवसायियों ने कई स्थानीय उत्पादों का आर्डर भी दिया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी ने बताया कि स्थानीय उत्पादों को पर्यटन से जोड़कर काश्तकारों की आर्थिकी को मजबूत करने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा अभिनव प्रयोग किया गया है। जिससे देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के कारण स्थानीय उत्पादों को विशिष्ट पहचान मिल सकेगी। इससे स्थानीय उत्पादों का प्रचार-प्रसार होगा तथा भविष्य में इसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। जनपद में कलस्टर खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही काश्तकारों को उचित मूल्य मिल सके।
यात्रियों की सम्भावित भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन इसे स्थानीय उत्पादकों के लिए बाजार उपलब्ध कराने का एक स्वर्णिम अवसर मान रहा है। इसी परिपे्रक्ष्य में क्रेता विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह अभिनव प्रयोग न केवल स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध करायेगा, बल्कि किसी हद तक पलायन पर भी रोक लगेगी। कार्यक्रम को मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र चैधरी, आजीविका परियोजना के नोडल अधिकारी डाॅ केके मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम, प्रगतिशील किसान महावीर राणा, पूर्व शिक्षक नरेन्द्र रौथाण आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक कृषि अधिकारी कुशलानन्द भट्ट ने किया। इस अवसर पर उद्योग महाप्रबन्धक पीएस सजवाण, सहायक बीडीओ सीपी सेमवाल, जिला साहसिक खेल पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, प्रगतिशील किसान मुरली चैधरी, प्रभारी जिला क्रीड़धिकारी महेशी आर्य, क्षेपंस माधुरी नेगी सहित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के अध्यक्ष एवं सदस्य, होटल व्यवसायी एवं प्रगतिशील किसान मौजूद थे।