उत्तराखंड

युद्ध की आशंका से यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय छात्र चिंतित..

भारतीय छात्र चिंतित

युद्ध की आशंका से यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय छात्र चिंतित..

तनाव की स्थिति देख लौटने की कर रहे तैयारी..

 

उत्तराखंड :  बॉर्डर पर तनाव की स्थिति देखकर छात्र भारत वापस लौटने का मन बना रहे हैं। इसके लिए ऊधमसिंह नगर निवासी कुछ छात्रों ने आपस में मिलकर बैठक की है।

स्टडी वीजा पर यूरोपियन देश यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय रह रहे हैं जहां युद्ध की आशंका से छात्रों के माथे पर चिंता की लकीर उभर आई है। वहीं उनके परिजन भी परेशान हैं। हालांकि रूस की तरफ से आर्मी वापस बुलाने के बाद छात्रों की चिंता कुछ हद तक कम हो रही है।

शहरी क्षेत्र के प्रीत विहार निवासी मो. ओसामा कुरैशी, जावेद, अर्श मलिक आदि यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। मो. ओसामा कुरैशी ने बातचीत में बताया कि बार्डर से आ रही खबरों से कुछ चिंता जरूर हो रही है लेकिन देश में हालात सामान्य हैं। खबरें सुनकर लोगों में चिंता उभर रही है। बॉर्डर पर तनाव की स्थिति देखकर छात्र भारत वापस लौटने का मन बना रहे हैं। इसके लिए ऊधमसिंह नगर निवासी कुछ छात्रों ने आपस में मिलकर बैठक की है।

छह दोस्तों ने यूक्रेन के लवीव शहर में एकत्र होकर बैठक की..

ऐसे में वह स्वदेश वापसी के लिए भी प्रयासरत हैं। इसके लिए बीते मंगलवार को यूएस नगर निवासी छह दोस्तों ने यूक्रेन के लवीव शहर में एकत्र होकर बैठक की। इसमें इस बात पर चर्चा की गई कि इस हालात में देश लौटना चाहिए या नहीं। वहीं छात्र-छात्राओं के घर वाले भी परेशान हैं।

मो. ओसामा कुरैशी ने बताया कि वह बीते पांच साल से यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। अभी तक कभी भी इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई है। पहली बार इस तरह की खबरें सुनने को मिल रही हैं जिससे अन्य विदेशी छात्रों में चिंता का माहौल है।

बताया कि रूस की तरफ से आर्मी वापस बुलाने के बाद छात्रों की चिंता कुछ हद तक कम हो रही है। वहीं रुद्रपुर के प्रीत विहार निवासी डॉ. कहकशां ने बताया कि उनका बेटा यूक्रेन में है जिससे पति व पत्नी दोनों काफी परेशान हैं। रूस की ओर से सेना वापस बुलाने के निर्णय के बाद ही वह शांति से खाना खा सके हैं।

यूक्रेन मामले पर निगाह रखी जा रही है। अभी तक वहां रहने वाले प्रवासियों के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं जारी हुए हैं। मामले की निगरानी सरकार की ओर से हो रही है।

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top