गोल्डन कार्ड की विसंगति को लेकर शिक्षक-कार्मिकों ने किया प्रदर्शन..
गोल्डन कार्ड से संबंधित शासनादेश की जलाई होली..
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिला मुख्यालय में शिक्षक कर्मचारियों ने गोल्डन कार्ड में विसंगति के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मौक गोल्डन कार्ड से संबंधित शासनादेश की होली भी जलाई गई। मुख्यालय स्थित हनुमान मंदिर में कार्मिक-शिक्षकों ने महासंघ के बैनर तले एकत्रित होकर कार्मिकों के लिए कैशलेस स्वास्थ्य योजना में गोल्डन कार्ड की खामियों को दूर करने की मांग की। शिक्षक कर्मचारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की।
जनपद के संयोजक मानवीरेंद्र बत्र्वाल ने कहा कि सरकार गोल्डन कार्ड के नाम पर कार्मिकों से वसूली कर रही है। इस योजना को आयुष्मान योजना से पृथक कर सीजीएचएस योजना से जोड़ते हुए कार्मिकों को उसी तर्ज पर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं। जिला संयोजक लक्ष्मी नेगी ने कहा कि सरकार को अपने वायदे के अनुसार इस योजना को पूर्णता कैशलेस रूप में लागू करते हुए कार्मिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं देनी चाहिए।
महासंघ के जनपदीय संयोजक मंडल के सदस्य सौम्य ढौंडियाल ने इस योजना को वित्तीय धोखाधड़ी करार देते हुए इसमें तत्काल संशोधन की मांग की। कर्मचारी एवं शिक्षक प्रतिनिधियों ने सरकार को जमकर कोसते हुए गोल्डन कार्ड की खामियों को दूर करने कार्यक्रमों के लिए पुरानी एसीपी की व्यवस्था 2005 के बाद नियुक्त कार्मिकों को पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। साथ ही शिक्षकों के अन्य कार्मिकों की भांति एसीपी की मांग को प्रमुखता से रखा।
पदाधिकारियों ने 2 अक्टूबर को महासंघ की जनपदीय कार्यकारिणी के गठन के मौके पर अधिक से अधिक संख्या में शिक्षक कर्मचारी को उपस्थित रहने का आह्वान किया। साथ ही सभी कार्मिक संगठनों को महासंघ से जुड़ने की अपील भी की। ताकि कार्मिक की हर समस्या के लिए संघर्ष किया जा सके। कार्यक्रम में रणवीर सिंधवाल, अनूप नेगी, मीना रावत, पुष्पा नेगी, अनीता तिवारी, शंकर भट्ट, कालिका प्रसाद भट्ट, विद्या दत्त, हरेंद्र नेगी, राम सिंह राणा, बृजमोहन, दुर्गा प्रसाद भट्ट, विक्रम सिंह झिक्वांण आदि ने भी विचार रखे।