उत्तराखंड

शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के दावे हुए हवा-हवाई..

शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के दावे हुए हवा-हवाई..

फिर लगा दी शिक्षकों की चुनाव प्रशिक्षण में ड्यूटी..

 

 

 

 

 

 

 

 

 

नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने एलान किया था कि राज्य के करीब 72 हजार शिक्षक अब सिर्फ बच्चों को पढ़ाएंगे। उनसे कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाएगा। लेकिन इस घोषणा के बाद भी शिक्षकों की चुनाव प्रशिक्षण संबंधी ड्यूटी लगा दी गई है। इससे शिक्षकों में नाराजगी है।

 

 

उत्तराखंड: प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने एलान किया था कि राज्य के करीब 72 हजार शिक्षक अब सिर्फ बच्चों को पढ़ाएंगे। उनसे कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाएगा। शिक्षक संगठन कई वर्षों से यह मांग उठाते आ रहे थे। जिसमें शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा था कि प्रदेश में अब शिक्षक बीएलओ ड्यूटी नहीं करेंगे।

उनका काम सिर्फ बच्चों को पढ़ाना होगा। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की इस घोषणा के बाद भी शिक्षकों की चुनाव प्रशिक्षण संबंधी ड्यूटी लगा दी गई है। इससे शिक्षकों में नाराजगी है। शिक्षक लंबे समय से गैर शैक्षणिक कार्य न कराए जाने की मांग करते आ रहे हैं।

आपको बता दे कि प्रदेेेश में नई शिक्षा नीति के शुभारंभ के दिन 12 जुलाई को शिक्षा मंत्री रावत ने घोषणा की थी कि शिक्षक सिर्फ पढ़ाएंगे, कुछ और कार्य नहीं करेंगे। राज्य के 72 हजार शिक्षकों से अब सिर्फ बच्चों को पढ़ाने के अलावा अन्य कोई काम नहीं लिया जाएगा। शिक्षक बीएलओ ड्यूटी नहीं करेंगे। उनका काम सिर्फ पढ़ाना होगा।

 

इससे शिक्षकों को विभिन्न कार्यक्रमों से निजात मिलेगी, लेकिन शिक्षा मंत्री की इस घोषणा के एक सप्ताह बाद ही देहरादून में शिक्षकों की चुनाव प्रशिक्षण संबंधी ड्यूटी लगा दी गई है। सहायक निर्वाचक अधिकारी की ओर से इस संबंध में सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर कहा गया है कि शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, आईटीआई, नगर निगम व पंचायतीराज विभाग के कर्मचारियों को बुधवार को जिला निर्वाचन कार्यालय देहरादून में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

उपस्थित न होने पर संबंधित के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत कार्रवाई की जाएगी। जिन शिक्षकों को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाना है उनका कहना है कि इसके बाद वह बीएलओ को प्रशिक्षण देंगे। उधर इस संबंध में शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत व शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी से प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो सका।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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