भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई पेयजल योजना..
ग्रामीणों के बीच पहुंचे उक्रांद युवा नेता ने की अधिकारियों से बातचीत..
ज्येष्ठ प्रमुख ने भी किया प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण..
रुद्रप्रयाग: भारी बारिश से पेयजल योजना के क्षतिग्रस्त होने से चोपड़ा (तल्लानागपुर) क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों में पानी का संकट बना हुआ है। स्थिति यह है कि ग्रामीण पेयजल स्रोत और हैंडपंप से पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। जौंदला गदेरे से चोपड़ा क्षेत्र के चोपड़ा बाजार, पाली देवलक, तल्ली पाली, गीड, टेमना सहित अन्य गांवों में पानी की आपूर्ति होती है। मूल स्रोत जौंदला गदेरे में योजना पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। चार दिन से लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। पानी का संकट झेल रहे गांवों में पहुँचे उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने जल संस्थान के अधिकारियों से फोन पर बातचीत की और जल्द पेयजल योजना बहाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त योजना निर्माण से पूर्व प्लास्टिक के पाइप से पानी की टेम्पररी व्यवस्था की जाय।
साथ ही नियमित रूप से टैंकरों के जरिये पानी की आपूर्ति की जाय। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गए हैं। इसके बावजूद जल संस्थान पानी की आपूर्ति बहाल करने में तेजी नहीं दिखा रहा है। ग्रामीण खुद ही पेयजल स्रोत पर कार्य करने को मजबूर हैं। यूकेडी नेता मोहित डिमरी ने जल संस्थान के अधिकारियों से फोन पर बातचीत की और जल्द पेयजल योजना बहाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त योजना निर्माण से पूर्व प्लास्टिक के पाइप से पानी की टेम्पररी व्यवस्था की जाय। साथ ही नियमित रूप से टैंकरों के जरिये पानी की आपूर्ति की जाय। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गए हैं। इसके बावजूद जल संस्थान पानी की आपूर्ति बहाल करने में तेजी नहीं दिखा रहा है। ग्रामीण खुद ही पेयजल स्रोत पर कार्य करने को मजबूर हैं।
वहीं दूसरी ओर नुकसान का जायजा लेने पहुँचे ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी ने बताया कि बारिश से क्वीली गांव में कई घरों में मलबा घुस गया है। ऐसे में आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं। काश्तकारों के खेत बर्बाद हो गए हैं। पैदल रास्ते चलने लायक नहीं रहे। मत्स्य विभाग और मनरेगा से बने मछली के तालाब क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी ने कहा कि क्वीली के रानीखेत तोक में बारिश से रजनीश कुमार, रविन्द्र लाल, जसवीर लाल, दीपक लाल के मकान को खतरा हो गया है। वहीं श्रीचंद्र, रणवीर चंद्र, प्रेमचंद्र, भरत, सुभाष की परिसंपत्तियों को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने राजस्व विभाग की टीम से प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयना कराया। साथ ही प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
