दो अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का निर्णय..
ई-पास की व्यवस्था खत्म करने को लेकर बाजार रहेंगे बंद..
रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा पर दर्शनों के लिए सीमित ई पास व्यवस्था समाप्त करने समेत कई मांगों को लेकर केदारधाम होटल ओनर्स एसोसिएशन ने दो अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने व बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने प्रशासन ने इस व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है।
होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी व सचिव नितिन जमलोकी ने डीएम मनुज गोयल को दिए ज्ञापन में कहा कि प्रदेश सरकार ने गत 18 सितम्बर से चारधाम यात्रा का संचालन शुरू तो किया, लेकिन सीमित ई-पास की व्यवस्था का खामियाजा केदारघाटी के व्यवसायियों को उठाना पड़ रहा है। कहा कि ई-पास न होने से भक्तों को बिना दर्शन किए हुए आधे रास्ते से लौटना पड़ रहा है, जिसका असर यात्रा से जुडे व्यवसायियों के साथ ही तीर्थाटन प पर्यटन पर भी पड़ रहा है। यात्री दूर दराज प्रदेशों से यात्रा पर तो आ रहे है, लेकिन उन्हे बिना दर्शनों के वापस लौटना पड़ रहा है।
यह भविष्य में यात्रा के लिए बुरा संदेश भी है। उत्तराखंड के निवासियों के लिए आनलाइन व ई-पास की व्यवस्था समाप्त की जाए। यात्रियों द्वारा जिन होटलों में पहले बुकिंग की गई है, उन्हें वहां तक जाने दिया जाए। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की जगह-जगह चेकिंग न की जाए। चारधाम दर्शनों के लिए ई-पास प्रक्रिया समाप्त कर अंतिम पड़ावों में विगत वर्षों की भांति पंजीकरण की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। कहा कि ई-पास की अनिवार्यवता के विरोध में गत 27 सितम्बर को पूरा केदारघाटी एकजुट हो चुका है।
केदारघाटी से जुडे समस्त व्यवसायियों का कहना है कि एक अक्टूबर तक ई-पास की समाप्ति एवं यात्रा में हो रही असुविधा में कोई सुधार नही होता है तो 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के साथ ही बाजार बंद करने के लिए व्यवसायियों को मजबूर होना पड़ेगा। ज्ञापन में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी, सचिव नितिन जमलोकी, उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल, कमलेश भट्ट, श्रीकृष्ण सेमवाल के हस्ताक्षर है।