उत्तराखंड

मृत बिजलीकर्मी के परिवार को मिले 10 लाख मुआवजा..

घटना की हो उच्च स्तरीय जांच: नेगी..

मृतक की पत्नी को मिले नौकरी: मोहित..

रुद्रप्रयाग: जन अधिकर मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने मांग की है कि कल रतूड़ा में बिजली की लाइन पर काम करते हुए दुर्घटना का शिकार हुए बिजलीकर्मी दीपेंद्र कुमार के परिवार को कोरोना फ्रंटलाइन वारियर्स के लिए घोषित 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाय और उसकी पत्नी को नौकरी दी जाय। उन्होंने यह भी माँग की है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जाँच की जाय कि लाइन पर काम करते समय लाइन में बिजली कैसे आई, जिससे बिजलीकर्मी की जान चली गई।

 

इस दुर्घटना को गम्भीर अपराध बताते हुए मोहित डिमरी ने कहा कि जोखिम भरे कार्यों में इस प्रकार की लापरवाही भूल नहीं बल्कि गम्भीर अपराध है और इसके लिए जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। मृतक के परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए मोहित डिमरी ने कहा कि उन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई में वे पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने माँग की कि मृतक दीपेंद्र की पत्नी को नौकरी दी जाय।

 

ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी ने कहा कि उक्त कर्मचारी आउटसोर्सिंग कम्पनी के माध्यम से उत्तराखण्ड पावर कार्पोरेशन के विद्युत वितरण खण्ड रुद्रप्रयाग में सेवायोजित था और उसका जीवन बीमा भी नहीं कराया गया था। यह सेवायोजकों द्वारा अपने कार्मिकों के प्रति गम्भीर लापरवाही ही नहीं बल्कि अपराध की श्रेणी में आता है और उस परिवार को न्याय दिलाने के लिए वे हर सम्भव प्रयास करेंगे।

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