मालकोटी गांव में घर-घर जाकर पूछी कुशलक्षेम..
92 वर्षो बाद यात्रा पर निकली हैं दशज्यूला क्षेत्र की चंडिका देवी..
रुद्रप्रयाग। दशज्यूला क्षेत्र की आराध्य देवी चण्डिका की दिवारा यात्रा ने मालकोटी गांव में घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान भक्तों ने भी चंडिका देवी का फूल मालाओं एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत कर अपने परिवार की खुशहाली की कामना की। भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। बता दें कि गत 15 अक्टूबर से दशज्यूला क्षेत्र के महड़ गांव स्थित चंडिका मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ मां चंडिका की दिवारा यात्रा शुरू हुई थी। दिवारा यात्रा ने विभिन्न गांवों का भ्रमण कर रविवार को रात्रि प्रवास के लिए मालकोटी पहुंची थी।
सोमवार को मालकोटी गांव में पुजारी ने मां चंडिका की पूजा अर्चना के साथ भोग लगाया गया, जिसके बाद चंडिका के निशान ने नृत्य कर आशीर्वाद दिया। इसके बाद गांव में चंडिका देवी ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। भक्तों ने भी अपने दर पर अक्षत व फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया। दिवारा यात्रा में बड़ी संख्या में चल रहे भक्तों के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। मां चंडिका की दिवारा यात्रा देर शाम रात्रि विश्राम के लिए सेरा पहुंच गई है।
जहां पर यात्रा का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। 92 वर्षों बाद शुरू हो रही यात्रा को लेकर क्षेत्रीय लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। अपने नौ माह की यात्रा में मां चंडिका अपने 24 गांवों के अलावा धियाणी गांवों में भी अपने भक्तों को आशीर्वाद देगी। इस अवसर पर चंडिका दिवारा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह, सचिव देवेंद्र जग्गी, जगदीश भंडारी, हीरा सिंह नेगी, सुभाष बिष्ट, राय सिंह रावत, सुदर्शन सती समेत बड़ी संख्या में भक्तजन यात्रा में चल रहे है।